1 नवंबर से SBI डिपॉजिट पर इंट्रेस्ट रेट और डिजिटल पेमेंट्स के नियमों में बड़ा बदलाव


स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने 1 लाख रुपये तक के डिपॉजिट पर इंट्रेस्ट रेट में कटौती की है। नई दर 1 नवंबर से लागू हो रही है। पहले एक लाख के डिपॉजिट पर इंट्रेस्ट 3.50 फीसदी था, जिसे घटाकर 3.25 फीसदी कर दिया गया है।एक नवंबर से कई नियमों में बदलाव हो रहा है। ऐसे में बदले हुए नियमों के बारे में जानकारी होनी चाहिए। इस आर्टिकल में आपको उन नियमों और घोषणाओं के बारे में बताने जा रहे हैं जो एक नवंबर से लागू होने जा रही है। SBI के बदलने वाले नियम का करीब 42 करोड़ ग्राहकों पर असर होगा।1. अगर आप स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के ग्राहक हैं तो एक नवंबर से डिपॉजिट पर ब्याज की दर बदलने वाली है। बैंक के इस फैसले का असर 42 करोड़ ग्राहकों पर होगा। SBI की 9 अक्टूबर की घोषणा के मुताबिक, एक लाख रुपये तक के डिपॉजिट पर ब्याज की दर 0.25 फीसदी घटाकर 3.25 फीसदी कर दी गई है। एक लाख से ज्यादा के डिपॉजिट पर इंट्रेस्ट रेट को रीपो रेट से जोड़ा जा चुका है। वर्तमान में यह 3 फीसदी है।SBI ने बचत खाते और फिक्स्ड डिपॉजिट पर इंट्रेस्ट रेट घटाया2. आम बजट में की गई घोषणा पर अमल करते हुए पिछले दिनों केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT)ने निर्देश जारी किया कि एक नवंबर से कारोबारी डिजिटल पेमेंट्स लेने से इनकार नहीं कर सकते हैं। नए नियम के मुताबिक, एक नवंबर से कारोबारियों और ग्राहकों से मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) नहीं वसूला जाएगा।एफडी पर घटती ब्याज दरों से 4 करोड़ वरिष्ठ नागरिकों को लग सकता है तगड़ा झटकाबजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा की थी कि जिन व्यापारियों का टर्नओवर 50 करोड़ से ज्यादा है, उन्हें अपने ग्राहकों को डिजिटल पेमेंट्स की सुविधा जरूर उपलब्ध करानी चाहिए। साथ में उन्होंने यह भी कहा था कि ट्रांजैक्शन चार्ज का वहन बैंक आपस में कर लें।


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