आतंक पर भारत की नई रणनीति: पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश, आतंकी हरकत पर वहीं कर देंगे खामोश


टेरर फंडिंग पर पहले से ही घिरा पाकिस्तान अब पीओके में भारतीय सेना के ऐक्शन पर आंकड़ों में खेल कर रहा है। वह आतंकियों को आम नागरिकों की तरह पेश कर रहा है, जिससे आतंक की फैक्ट्री को छिपाया जा सके।सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक के बाद अब तीसरी बड़ी स्ट्राइक। आए दिन सीजफायर उल्लंघन करने वाले पाकिस्तान को 4 साल में तीन बड़े ऐक्शन से यह संदेश मिल गया है कि भारतीय सेना 'वेट ऐंड वॉच' की रणनीति छोड़ चुकी है और अब भारत का रुख रक्षात्मक नहीं आक्रामक है। सेना के पीओके में ऐक्शन से साफ हो गया है कि सरहद के उस पार भारत के खिलाफ मंसूबे के पनपने से पहले ही उसे नेस्तनाबूद कर दिया जाएगा। आतंकवाद से निपटने और पाकिस्तान की धूर्तता का जवाब देने के लिए भारत की यह नई रणनीति है। आतंकियों पर सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के बाद इंडियन आर्मी 'लो इंटेंसिटी कॉन्फ्लिक्ट' यानी कम तीव्रता के संघर्ष में आतंकियों का सफाया कर रही है। जानकारों का भी कहना है कि भारत अब लो इंटेंसिटी कॉन्फ्लिक्ट में बोल्ड हुआ है।आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने कहा है कि पीओके में सरहद के करीब आतंकी कैंपों के बारे में हमारे पास सूचना थी और हमने निशाना बनाया। उनका समर्थन करने वाले लोग, पाकिस्तानी चौकियां भी सेना की जवाबी कार्रवाई की जद में आए। सेना प्रमुख ने चेतावनी भी दी है कि पाकिस्तान अगर ऐसी गतिविधियां जारी रखेगा तो भारतीय सेना जवाबी कार्रवाई से नहीं हिचकिचाएगी।क्या युद्ध की नौबत है
भारतीय सेना के एक सीनियर ऑफिसर ने कहा कि हम एस्केलेशन यानी युद्ध की नौबत नहीं चाहते क्योंकि इसमें आम नागरिक मारे जाते हैं लेकिन हम आतंकियों और उन्हें सपोर्ट करने वालों को भी नहीं बख्शना चाहते। रक्षा विशेषज्ञ मेजर जनरल हर्ष कक्कड़ (रिटायर्ड) कहते हैं कि जिस तरह इंडियन आर्मी एलओसी पर कैलिबर एस्केलेशन कर रही हैं यानी छोटे हथियारों के बाद बड़े हथियारों का इस्तेमाल कर रही है वह यह साफ संदेश देने के लिए है कि हम आतंकियों और उन्हें सपोर्ट करने वालों को बिल्कुल नहीं सहेंगे। ऐसे में युद्ध की स्थिति जैसी कोई बात नहीं है क्योंकि यह एक स्पेसिफिक एरिया में टारगेट किया जा रहा है।पाक का कितना नुकसान
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर के तंगधार और केरन सेक्टर के दूसरी तरफ भारतीय सेना द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई में 6 से 10 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और 4 आतंकी शिविर नष्ट कर दिए गए। हालांकि पाकिस्तान आंकड़ों में भी खेल कर रहा है। उसने आतंकियों को आम नागरिकों की तरह पेश किया है और सैनिकों के मारे जाने का आंकड़ा भी 1-2 ही बताया है।पाक आर्मी को समझ में आ गया है कि भारत अब हमले का इंतजार नहीं करेगा बल्कि फौरन ऐक्शन लेगा। पाक के लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) नईम खालिद लोधी ने जियो न्यूज से बातचीत में माना कि भारत का पीओके में ताजा ऐक्शन सामान्य से बढ़कर है क्योंकि इसमें बड़े तोप का इस्तेमाल किया गया है।2016 में एलओसी पार हुई सर्जिकल स्ट्राइक में अहम भूमिका निभाने वाले लेफ्टिनेंट जनरल सतीश दुआ (रिटायर्ड) कहते हैं कि 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक, फिर बालाकोट एयर स्ट्राइक और एलओसी पर भी जिस तरह जवाबी कार्रवाई की जा रही है उससे साफ है कि अब हम पहले की तरह डिफेंसिव नहीं रहे। अब हमारा रिस्पॉन्स प्रो-एक्टिव और बोल्ड है। हम आतंकियों पर अटैक कर रहे हैं न कि सिविलियंस पर। अब हमारे कदम यह बता रहे है कि हम चाहते हैं कि पाकिस्तान भी दर्द महसूस करे। दुआ ने कहा कि लो इंटेंसिटी कॉन्फ्लिक्ट में हम अग्रेसिव हुए हैं ताकि पाकिस्तान को समझ आए कि भारत चुप नहीं बैठेगा।पाकिस्तान के अकारण गोलीबारी के बाद जवाब में बड़ी कार्रवाई करते हुए भारतीय सेना ने रविवार को भारी हथियारों से पीओके में नीलम घाटी में चार आतंकी कैंपों और कई पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना बनाया।
नुकसान को क्यों छिपा रहा पाकिस्तानभारत ने पीओके में आतंक के अड्डों पर ऐसे समय में गोले बरसाए हैं जब पाकिस्तान टेरर फंडिंग को लेकर घिरा हुआ है। सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा है कि दूसरी तरफ खामोशी छाई है क्योंकि एलओसी के पार से हमें मोबाइल संचार के संकेत नहीं मिले हैं। उन्होंने कहा कि इसका संबंध हताहत, नुकसान से है और पाकिस्तान की सेना इसे सामने नहीं लाना चाहती। उन्होंने कहा, 'वे इसका जिक्र नहीं करेंगे या इस नुकसान के बारे में नहीं कहेंगे क्योंकि दुनिया को पता चल जाएगा कि (पाकिस्तान ने) आतंकवादी कृत्यों को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया। वे ढंकने का प्रयास कर रहे हैं।'
दीपावली पर आतंकियों के थे नापाक मंसूबे?जनरल रावत ने कहा कि सेना को सूचना मिली थी कि आतंकवादी अग्रिम इलाके में कैंप के करीब आ रहे हैं। पिछले एक महीने में गुरेज, केरन, माचिल सेक्टरों और पीर पंजाल के दक्षिण में बार-बार घुसपैठ की कोशिशें की गईं। पाकिस्तानी सैनिक आतंकवादियों को घुसपैठ कराने के लिए संघर्षविराम का उल्लंघन कर रहे थे। उन्होंने कहा, 'त्यौहार का मौसम आने वाला है, दीपावली नजदीक है। ऐसे में हमें संकेत मिला था कि पीर पंजाल के उत्तर में कुछ आतंकी कैंप सक्रिय हैं। आतंकवादी इन कैंपों में आए थे और वे घुसपैठ करने वाले थे। वे घुसपैठ करने का प्रयास करते इससे पहले ही हमने आतंकी कैंपों को निशाना बनाने का फैसला किया।'गौरतलब है कि शनिवार रात तंगधार में घुसपैठ कराने की कोशिश के दौरान पाकिस्तान ने चौकी पर गोलीबारी की थी जिसमें दो भारतीय जवान शहीद हो गए और एक नागरिक की भी मौत हो गई थी।'


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