अपने बच्‍चे के लिए कैसे चुनें सही नाम


नाम ही तो आपके बच्‍चे की पहली पहचान बनता है। यह जिंदगी भर उसके साथ जुड़ा रहता है। बच्‍चे का नाम रखते समय आपको कई बातों का खयाल रखना पड़ता है। परंपराओं, सामाजिक नियम, पारिवारिक रीति-रिवाज तथा और भी तमाम बातों का ध्‍यान रखकर ही नाम रखा जाता है। आम ऐसा नाम रखना चाहते हैं तो अर्थपूर्ण होने के साथ-साथ उच्‍च‍ारण में भी आसान हो। जो भी हो, कई बार बच्‍चे का नाम रखना काफी मुश्किल हो सकता है। आपको अपने बच्‍चे का नाम चुनने से पहले कई पहलुओं पर गौर करना होता है।


नाम हो आसान


सबसे पहले इस बात पर विचार कीजिए कि आप अपने बच्‍चे के लिए किस तरह का नाम चाहते हैं। आपको अनूठा नाम रखना है या फिर अपने सामाजिक और सांस्‍कृतिक माहौल से मेल खाता हुआ कोई नाम। इन दोनों के ही अपने नफे-नुकसान हैं। सामान्‍य नाम से जहां वह खुद को समाज में अधिक फिट महसूस करेगा और एक अनूठा नाम आपके बच्‍चे को खास होने का अहसास कराएगा। यह आपकी मर्जी है कि आप अपने बच्‍चे को कैसी पहचान देना चाहते हैं। आप अपने बच्‍चे का नाम उसके सहोदर (सगे भाई बहन) से मिलता-जुलता रख सकते हैं। ऐसा करने से बच्‍चा अपने भाई-बहनों से अधिक जुड़ाव महसूस करता है।


अर्थ पूर्ण हो नाम


नाम का कोई अर्थ होना चाहिए। यूं ही नाम रख देना कई बार हास्‍यास्‍पद स्थिति पैदा कर देता है। जैसे फिल्‍म 'खोसला का घोसला' में नायक का नाम चिंरौजी लाल खोसला, उसके लिए परेशानी और शर्मिंदगी का सबब बन जाता है। पहले लोग नाम रखने को लेकर इतने सजग नहीं थे, लेकिन आज के इस दौर में नाम को लेकर काफी सजगता बरती जाती है। परिवार भी इसे लेकर गंभीर हो गए हैं। वे जानते हैं कि नाम को लेकर बच्‍चे को मनोवैज्ञानिक दबाव का सामना भी करना पड़ सकता है। जिसका असर उसके भविष्‍य पर पड़ने की आशंका रहती है।


परिवार की भूमिका


बच्‍चे का नाम रखते हुए कई बार पारिवारिक स्थितियां और माहौल आपके सभी विचारों पर भारी पड़ जाते हैं। लेकिन, फिर भी आपको सोचना चाहिए कि आपके बच्‍चे के नाम का उच्‍चारण कैसा रहेगा और कहीं ऐसा तो नहीं कि बड़ा होने के बाद उसे अपने नाम को लेकर शर्मिंदगी का अहसास हो। पारिवारिक नामों में थोड़े बहुत बदलावों को अब स्‍वीकार किया जा रहा है। कई बार हम अपने बच्‍चे का नाम ऐसा रख देते हैं कि बोलते हुए जुबान ही टेढ़ी हो जाए। यूनीक नाम बनाने के चक्‍कर में ऐसा करना कतई उचित नहीं है।


अपने साथी से करें बात


अपने साथी की मदद से कुछ नामों की लिस्‍ट बनायें। इसके बाद किसी एक नाम पर सहमति बनायें। आप जो नाम अपने बच्‍चे को देंगे वह उसके जीवन भर की पहचान होगी। तो घबरायें नहीं, हर पहलू को ध्‍यान से परखें। यदि आपके परिवार में मिडिल नेम रखने की परंपरा है, तो एक बार उसके बिना अपने बच्‍चे का नाम बोलकर देखें। इससे आपको नाम की पहचान करने में आसानी होगी।


ऑनलाइन का लें सहारा


आजकल तमाम ऐसी वेबसाइट्स मौजूद हैं, जो आपके बच्‍चे का नाम चुनने में मदद करती हैं। इन साइट्स पर आपको न केवल नाम मिलेंगे, बल्कि उनका क्षेत्र, महत्‍व और अर्थ भी पता चल जाएगा। इतना ही नहीं इसमें आपको भारतीय नामों के साथ ही दुनिया भर की कई जुबानों में अपने बच्‍चे के लिए सही नाम चुनने में मदद मिलेगी।


 


बच्‍चों के लिए नाम सही तलाशना कोई बच्‍चों का खेल नहीं। कितने पापड़ बेलने पड़ते हैं इसके लिए। आखिर यह आपके बच्‍चे की उम्र भर की पहचान का जो मामला है। इसलिए जरूरी है कि आप अपने बच्‍चे के लिए सही और अर्थपूर्ण नाम चुनें।


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