भारतीय पत्रकारों की जासूसी कर रहा था इजरायली वॉट्सऐप स्पाईवेयर, सरकार ने मांगी रिपोर्ट


फेसबुक की ओनरशिप वाले मेसेजिंग ऐप वॉट्सऐप ने गुरुवार को कहा कि इजरायली स्पाइवेयर Peagasus की मदद से भारतीय पत्रकारों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया गया। कई भारतीय भी उन लोगों की लिस्ट में शामिल हैं, जिनकी इजराइल के स्पाइवेयर की मदद से अज्ञात संस्थाएं जासूसी कर रही थीं। सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से इस बारे में वॉट्सऐप को लिखा गया है और सोमवार तक मामले पर जवाब मांगा गया है।वॉट्सऐप ने कहा है कि उसकी ओर से इजराइल की सर्विलांस फर्म NSO ग्रुप के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है, जो इस टेक्नॉलजी को तैयार करने के लिए जिम्मेदार है। यह यह मुकदमा कैलिफोर्निया की संघीय अदालत में दायर किया गया है। हालांकि, यह सामने नहीं आया है कि किसके इशारे पर दुनियाभर के पत्रकारों और बाकी महत्वपूर्ण लोगों को निशाना बनाया गया है।इनके फोन हुए हैकइजराइल के NSO ग्रुप की ओर से बनाई गई इस टेक्नॉलजी की मदद से चार महाद्वीपों में फैले लगभग 1,400 उपयोगकर्ताओं के फोन को हैक करने में मदद की, जिसमें राजनयिक, राजनीतिक विपक्षी, पत्रकार और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी शामिल थे।प पर किया मुकदमाबता दें, वॉट्सऐप की ओर से इजरायली प्रौद्योगिकी फर्म एनएसओ ग्रुप पर मुकदमा दायर किया गया है। इजरायली टेक फर्म ने मैसेजिंग ऐप का उपयोग करने वालों से बहुमूल्य जानकारी चुराने के लिए दुर्भावनापूर्ण सॉफ़्टवेयर के साथ लगभग 1,400 'लक्ष्य उपकरणों' को संक्रमित करने की कोशिश की।


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