Skip to main content
गुजरात हाई कोर्ट ने दिया 85 साल के बुजुर्ग को डीएनए टेस्ट का आदेश
38 साल के एक शख्स ने दावा किया है कि वह इस बुजुर्ग का बेटा है। बुजुर्ग पिछले पांच वर्षों से इस दावे से सिरे से इनकार कर रहे हैं। हालांकि उनका नाम दावा करने वाले शख्स के स्कूली प्रमाणपत्रों और राशन कार्ड वगैरह में पिता के तौर पर दर्ज है।गुजरात हाई कोर्ट ने 85 साल के बुजुर्ग को डीएनए टेस्ट करवाने का आदेश दियाअसल में 38 साल के एक शख्स ने दावा किया है कि वह इस बुजुर्ग का बेटा हैअब इसका फैसला करने के लिए डीएनए टेस्ट से पैटर्निटी टेस्ट किया जाएगासईद खान, अहमदाबाद
गुजरात हाई कोर्ट ने 85 साल के बुजुर्ग के डीएनए टेस्ट का आदेश दिया है। असल में 38 साल के एक शख्स ने दावा किया है कि वह इस बुजुर्ग का बेटा है। इसका फैसला करने के लिए डीएनए टेस्ट से पैटरनिटी टेस्ट किया जाएगा। यह मामला यूपी के पूर्व सीएम नारायण दत्त तिवारी वाले मामले की याद दिला रहा है, जिसमें इसी तरह के एक विवाद का फैसला डीएनए टेस्ट के बाद ही हुआ था। बुजुर्ग पिछले पांच वर्षों से इस दावे को सिरे से खारिज कर रहे हैं। हालांकि उनका नाम दावा करने वाले शख्स के स्कूली प्रमाणपत्रों और राशन कार्ड वगैरह में पिता के तौर पर दर्ज है।गुजरात के मेवादा समुदाय ने इस युवा को अपना सदस्य मानने से इनकार कर दिया था। इसी वजह से पहली बार पांच साल पहले इस शख्स ने बुजुर्ग पर पितृत्व परीक्षण कराने के लिए दबाव डाला था। इस पर बुजुर्ग ने इस युवा और उसकी मां से अपने सभी संबंध तोड़ लिए। इसके बाद युवा ने हाई कोर्ट में अपील की। हाई कोर्ट ने केस की सुनवाई के दौरान गुरुवार को कहा कि वह अदालत के पास एक लाख रुपये जमा करे। यदि टेस्ट के बाद पता चलता है कि बुजुर्ग ही उसका पिता है तो वह अपने एक लाख रुपये ले जा सकता है और अगर ऐसा नहीं हुआ तो यह पैसा बुजुर्ग को मिल जाएगा।बुजुर्ग को टेस्ट न कराने की छूटकोर्ट ने बुजुर्ग को इस बात की छूट दी है कि अगर वह चाहे तो अदालती आदेश न माने और डीएनए टेस्ट न कराए, लेकिन ऐसी हालत में कोर्ट यह मान लेगी कि वह युवक बुजुर्ग का ही बेटा है।युवक का दावा, मां से की थी शादीइस मामले में युवक की मां 1979 में विधवा हो गई थीं। उनके दो बच्चे भी थे। जब वह गुजरात के ओधव में एक इंजिनियरिंग कंपनी में काम कर रही थीं, उस समय उनके कंपनी के एक पार्टनर के साथ संबंध हो गए। कथित तौर पर दोनों हिंदू रीति से शादी कर ली और पति-पत्नी की तरह रहने लगे। दोनों के संबंध से उन्हें 1981 में एक बेटा हुआ। बुजुर्ग शख्स का एक और परिवार भी है जो अंबावाड़ी में रहता है।
Comments
Post a Comment