इस मेट्रो 'स्टेशन' पर न कोई अंदर आ सकेगा न बाहर जा सकेगा


मेट्रो की जिन लाइनों पर पैसेंजर उम्मीद से कम आ रहे हैं, उन लाइनों पर यात्रियों की संख्या बढ़ाने के लिए डीएमआरसी अब कुछ नए कदम उठा रहा है। पहला प्रयोग ग्रीन और पिंक लाइन को जोड़कर किया जाएगा।मेट्रो की ग्रीन और पिंक लाइन के बीच इंटरचेंज बनाने का प्लानदोनों लाइनों पर कम पैसेंजर, उपयोगिता बढ़ाने के लिए फैसलाहॉल्टिंग स्टेशन बनेगा, एक फुट ओवरब्रिज से दोनों को जोड़ा जाएगाहरियाणा से दिल्ली आने-जाने वाले लोगों को भी काफी सहूलियत मिलेगीमेट्रो की जिन लाइनों पर पैसेंजर उम्मीद से कम आ रहे हैं, उन लाइनों पर यात्रियों की संख्या बढ़ाने के लिए डीएमआरसी अब कुछ नए कदम उठा रहा है। इसके तहत लास्ट माइल कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए नई बसें खरीदने के अलावा इंटरचेंज स्टेशन बनाए बिना मेट्रो की अलग-अलग लाइनों को आपस में कनेक्ट करने की योजना पर भी काम चल रहा है, ताकि मेट्रो में यात्रियों की संख्या को और बढ़ाया जा सके और सिस्टम का अधिकतम उपयोग हो सके।इसी मकसद से डीएमआरसी पंजाबी बाग के पास मेट्रो नेटवर्क का पहला और अनूठा हॉल्टिंग स्टेशन बनाने जा रहा है। इस स्टेशन की सबसे खास बात यह होगी कि इसमें यात्री स्टेशन से अंदर-बाहर नहीं आ जा सकेंगे, लेकिन यहां ट्रेनें रुकेंगी और स्टेशन के अंदर ही यात्री मेट्रो की ग्रीन और पिंक लाइन के बीच इंटरचेंज कर सकेंगे। इसके लिए जल्द ही टेंडर जारी किया जाएगा।डीएमआरसी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मेट्रो के फेज-3 में मजलिस पार्क से शिव विहार के बीच जो नई पिंक लाइन बनाई गई है, वह पंजाबी बाग और शिवाजी पार्क के बीच मेट्रो की ग्रीन लाइन के पास से गुजरती है। ग्रीन लाइन पर इंद्रलोक और कीर्ति नगर से हरियाणा के बल्लभगढ़ के बीच मेट्रो चलती है।ग्रीन लाइन पर शुरू से ही यात्रियों की तादाद काफी कम रही है और पिंक लाइन पर भी उम्मीद से कम ही पैसेंजर आ रहे हैं। ऐसे में इन दोनों लाइनों की उपयोगिता को बढ़ाने के लिए डीएमआरसी अब पहली बार मेट्रो नेटवर्क में हॉल्टिंग स्टेशन का कॉन्सेप्ट अमल में लाने जा रहा है।इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि डीएमआरसी को अन्य इंटरचेंज स्टेशनों की तरह इस स्टेशन पर तमाम सुविधाओं का इंतजाम नहीं करना पड़ेगा, बल्कि इस स्टेशन का इस्तेमाल केवल लाइन चेंज करने के लिए किया जाएगा। इससे स्टेशन के निर्माण में ज्यादा खर्चा भी नहीं आएगा और यात्रियों को अधिक सहूलियत मिल सकेगी। आपातकाल स्थिति में उतरने के लिए एक लिफ्ट भी लगाई गई है। दोनों लाइनों के बीच ऊंचाई 16.7 मीटर है। इसलिए एक से दूसरे को कनेक्ट करने के लिए जो एलिवेटर लगेंगे वह भी काफी बड़े हैं। ये एलिवेटर एकसाथ 26 लोगों का भार उठा सकेंगे। यहां कोई टिकट काउंटर नहीं होगी। बस सुविधाओं से अवगत करवाने के लिए कोई होगा।क्या करने वाला है DMRCजानकारी के मुताबिक, हॉल्टिंग स्टेशन बनाकर एक फुट ओवरब्रिज के जरिए दोनों लाइनों पर आने-जाने के लिए प्लैटफॉर्म को जोड़ा जाएगा। डीएमआरसी ने इसके लिए जगह तय कर ली है और जल्द ही इस स्टेशन का निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा।वैसे तो मेट्रो की ग्रीन लाइन इंद्रलोक पर रेड लाइन से और कीर्ति नगर पर ब्लूलाइन से कनेक्ट होती है, लेकिन इस लाइन से फेज-3 में बनी किसी भी नई लाइन को अभी तक सीधे कनेक्ट नहीं कर रही थी, मगर अब हॉल्टिंग स्टेशन बनने से ग्रीन लाइन मेट्रो की नई पिंक लाइन से कनेक्ट हो सकेगी। इससे ग्रीन लाइन के जरिए हरियाणा से दिल्ली आने-जाने वाले लोगों को भी काफी सहूलियत मिलेगी और वे आसानी से दिल्ली के अन्य इलाकों में मेट्रो के जरिए आ-जा सकेंगे।


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