कल्कि आश्रम पर छापेमारी: 44 करोड़ रुपये, 25 लाख डॉलर और पांच करोड़ का हीरा बरामद


तीन दिनों तक चली आयकर विभाग की छापेमारी में क्लकि आश्रम के संचालक कल्कि भगवान और उनके बेटे के कई ठिकानों से करोड़ों रुपये बरामद हुए हैं। इसके अलावा सैकड़ों करोड़ रुपये की अघोषित आय का भी खुलासा हुआ है।चेन्नै, बेंगलुरु समेत कल्कि आश्रम के कई ठिकानों पर आयकर विभाग ने तीन दिन तक की छापेमारीछापेमारी में 44 करोड़ रुपये, 25 लाख डॉलर, लगभग पांच करोड़ का हीरा बरामद किया गयाइसके अलावा वित्तीय वर्ष 2014-15 के लिए कम से कम 409 करोड़ की अघोषित आय के सबूत भी मिलेआश्रम के संचालक स्वयंभू कल्कि भगवान और उनके बेटे कृष्णा के कई ठिकानों पर आयकर विभाग की टीम ने पिछले तीन दिनों में छापेमारी की है। चेन्नै, बेंगलुरु और आंध्र प्रदेश के चित्तूर के साथ-साथ 40 अन्य जगहों पर की गई छापेमारी में आयकर विभाग ने 43.9 करोड़ रुपये, 25 लाख डॉलर और 1271 कैरेट (कीमत लगभग पांच करोड़ रुपये) हीरा बरामद किया गया है। अधिकारियों के मुताबिक, 500 करोड़ रुपये की अघोषित आय की जानकारी भी सामने आई है।छापेमारी में सामने आया है कि अध्यात्म और दर्शन का ट्रेनिंग प्रोग्राम और कोर्स चलाने वाले यह संस्थान देश और विदेश में भी निवेश कर चुका है। कई कंपनियां चीन, अमेरिका, सिंगापुर और यूएई में भी हैं। इन्हें भारत में होने वाले वेलनेस कोर्सेज के लिए विदेशों से भी पैसे मिलते हैं। आयकर विभाग की ओर से बताया गया कि इस ग्रुप द्वारा टैक्स योग्य आय को डायवर्ट करने की जांच की जा रही है।देश-विदेश में करोड़ों का है निवेशजानकारी के मुताबिक, इस ग्रुप को 1980 में कल्कि भगवान ने बनाया था। अध्यात्म के नाम पर शुरू हुआ यह ग्रुप अब रियल एस्टेट, कंस्ट्रक्शन, स्पोर्ट्स आदि चीजों में देश-विदेश में निवेश करता है। वर्तमान में इसे कल्कि भगवान और उनके बेटे कृष्णा भगवान द्वारा चलाया जाता है। ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए आने वाले लोगों से मोटी रकम वसूली जाती है। एक अधिकारी ने बताया कि ये लोग तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में बड़े पैमाने पर जमीन खरीदने के लिए पैसे डायवर्ट करते रहे हैं।आयकर विभाग ने बताया कि शुरुआती जांच में वित्तीय वर्ष 2014-15 के लिए 409 करोड़ रुपये की अघोषित आय का पता चला है।छापेमारी में सामने आया है कि अध्यात्म और दर्शन का ट्रेनिंग प्रोग्राम और कोर्स चलाने वाले यह संस्थान देश और विदेश में भी निवेश कर चुका है। कई कंपनियां चीन, अमेरिका, सिंगापुर और यूएई में भी हैं। इन्हें भारत में होने वाले वेलनेस कोर्सेज के लिए विदेशों से भी पैसे मिलते हैं। आयकर विभाग की ओर से बताया गया कि इस ग्रुप द्वारा टैक्स योग्य आय को डायवर्ट करने की जांच की जा रही है।देश-विदेश में करोड़ों का है निवेशजानकारी के मुताबिक, इस ग्रुप को 1980 में कल्कि भगवान ने बनाया था। अध्यात्म के नाम पर शुरू हुआ यह ग्रुप अब रियल एस्टेट, कंस्ट्रक्शन, स्पोर्ट्स आदि चीजों में देश-विदेश में निवेश करता है। वर्तमान में इसे कल्कि भगवान और उनके बेटे कृष्णा भगवान द्वारा चलाया जाता है। ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए आने वाले लोगों से मोटी रकम वसूली जाती है। एक अधिकारी ने बताया कि ये लोग तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में बड़े पैमाने पर जमीन खरीदने के लिए पैसे डायवर्ट करते रहे हैं।आयकर विभाग ने बताया कि शुरुआती जांच में वित्तीय वर्ष 2014-15 के लिए 409 करोड़ रुपये की अघोषित आय का पता चला है।


Comments