कमलेश तिवारी मर्डर: होटल के CCTV फुटेज में भगवा कुर्ते में दिखे दोनों आरोपी


इस नृशंस हत्याकांड में अब तक छह गिरफ्तारियां हो चुकी हैं जबकि तीन अन्य की तलाश जारी है। महाराष्ट्र और गुजरात में भी एटीएस संदिग्धों से पूछताछ कर रही है। सीसीटीवी फुटेज में आरोपियों के पीछे दिखी महिला से भी पूछताछ की गई है।कमलेश तिवारी हत्याकांड में लखनऊ स्थित होटल से खून लगे भगवा और लाल कुर्ते बरामदअरोपियों की वहां मौजूदगी का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, भगवा कुर्ते में दोनों दिखेहोटल मालिक के पास से आरोपियों की आईडी मिली, जिस पर नाम के साथ सूरत का पता दर्जफिलहाल यूपी पुलिस इन सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों की तलाश में अब जुट गई हैहिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड में होटल से खून लगे भगवा और लाल कुर्ते मिलने के बाद अब आरोपियों की वहां मौजूदगी का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। सीसीटीवी फुटेज में दोनों आरोपी रिसेप्शन पर होटल कर्मचारी से कुछ बातचीत करते दिखते हैं। फिर धीरे से होटल गेट से बाहर निकलते हैं। एक आरोपी के हाथ में मिठाई के डिब्बे का बैग भी दिख रहा है। फिलहाल पुलिस इन सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों की तलाश में जुट गई है।बता दें कि रविवार सुबह लखनऊ स्थित होटल खालसा से कुछ सामान बरामद हुए हैं जिनमें एक बैग और खून लगे भगवा और लाल कुर्ते हैं। होटल मालिक के पास से आरोपियों की आईडी भी मिली है, जिस पर नाम के साथ सूरत का पता दर्ज है।पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने 17 अक्टूबर की रात 11:08 मिनट पर होटल में चेक इन किया था। हत्या की वारदात के दिन दोनों आरोपी सुबह 10:38 मिनट होटल से निकले थे। हत्या की वारदात अंजाम देने के बाद 1:24 मिनट वे दोबारा होटल लौटै थे। बिना किराया दिए ही आरोपी होटल से फरार हुए थे। उन्होंने सिर्फ अडवांस के रूप में 1000 रुपये दिए थे। उधर, फरेंसिक फील्ड यूनिट द्वारा निरीक्षण करने के बाद पुलिस ने कमरे को सील कर दिया है।
आतंकी कनेक्शन से इनकारडीजीपी ओपी सिंह का कहना है सोशल मीडिया पर कमलेश तिवारी की हत्या की जिम्मेदारी लेने वाले तथाकथित संगठन अल-हिंद का वारदात से अब तक कोई कनेक्शन सामने नहीं आया है। गुजरात में पकड़े गए आईएसआईएस के दो संदिग्धों उबेद अहमद मिर्जा और मोहम्मद कासिम टिंबरवाला का भी वारदात से कोई कनेक्शन साबित हीं हुआ है।कमलेश तिवारी: दुबई और पाक से भी मिल रही थीं धमकियांभड़काऊ भाषण के कारण हत्यागुजरात एटीएस ने हत्या में शामिल तीन साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार कर खुलासा किया है कि कट्टरपंथी मुसलमानों ने वर्ष 2015 में कमलेश तिवारी द्वारा दिए गए भड़काऊ बयान के कारण इस खौफनाक घटना को अंजाम दिया है। हत्या में शामिल अशफाक, मोइनुद्दीन पठान उर्फ फरीदी एवं एक अन्य फरार है। इसके अलावा गुजरात एटीएस ने तीन अन्य को भी हिरासत में लिया था, जिन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया।


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