केरल: चेहरे पर नहीं कोई शिकन, 'सायनाइड किलर' को सिर्फ बच्चों की पढ़ाई की चिंता


कोझीकोड की जॉली जोसेफ अपने परिवार के 6 लोगों की हत्या के आरोप में जेल में बंद है और वह पुलिस के सामने संपत्ति के लिए हत्या की बात स्वीकार चुकी है लेकिन उसके चेहरे पर कोई दुख नहीं है।केरल के कोझीकोड जिले में 11 अक्टूबर को कोर्ट में जब जॉली जोसेफ को पेश किया गया तो परिवार के 6 सदस्यों की हत्या करने का उसके चेहरे पर दुख कहीं नहीं दिखा था। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि तब से अब तक उससे कोई मिलने नहीं आया है। उसके चेहरे पर गलती के एहसास का भाव नहीं है। वह जेल में होने वाली किसी गतिविधि में हिस्सा भी नहीं लेती। उसे सिर्फ एक चिंता है- अपने बच्चों की पढ़ाई की।जब जॉली जोसेफ को कोर्ट में पेश किया गया तो उसके चेहरे पर परिवार के 6 सदस्यों की हत्या करने का दुख कहीं नहीं दिखापुलिस अधिकारियों का कहना है कि तब से अब तक उससे कोई मिलने नहीं आया, उसके चेहरे पर गलती के एहसास का भाव नहींजॉली जोसेफ जेल में होने वाली किसी गतिविधि में हिस्सा भी नहीं लेती, उसे सिर्फ एक चिंता है- अपने बच्चों की पढ़ाई कीकेस की जांच कर रही टीम के लिए भी जॉली किसी पहेली से कम नहीं है। वह कभी बहकाने वाले जवाब देती है तो कभी टालती रहती है। जब पुलिस फरेंसिक जांच करने के लिए चली तो जॉली न अपने परिजनों की मदद से इस बिनाह पर पुलिस को रोकने की कोशिश की कि मृतकों की आत्माओं को कष्ट होगा।लोगों के सामने था दूसरा चेहरापुलिस के सामने इस केस में और भी कई चुनौतियां हैं। करीब 15 साल तक जॉली अपनी पहचान बदलकर रहती रही। उसका व्यवहार ऐसा था कि कोई भी उसके खिलाफ एक शब्द नहीं बोल पा रहा। लोग उसे एक ऐसी महिला के तौर पर जानते हैं जो अपने बच्चों से प्यार करती थी। चर्च जाने वाली कैथलिक जॉली काम पर जाते वक्त लोगों से रुककर बातें करती थी। सब उसे कैलीकट के नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी में प्रफेसर के तौर पर जानते थे।यह भी पढ़ें: कोझिकोड सायनाइड मौत केस में बड़ा खुलासा, 'लड़कियों से नफरत करती थी जॉली'किसी को शक नहीं था कि जॉली एक सीरियल किलर थी। वह अपने शिकार को सूप या कर में सायनाइड मिलाकर देती थी। पुलिस ने बताया है कि वह अपने किचन में सायनाइड एक कैनिस्टर में छिपाकर रखती थी। एसपी ने बताया है कि उसके परिवार में किसी को उस पर शक नहीं था। पुलिस अब तक 200 से ज्यादा लोगों से पूछताछ कर चुकी है लेकिन कोई उसके खिलाफ नहीं बोल रहा।यूं हुआ शकअपने पहले पति रॉय थॉमस, उनके माता-पिता, उनके छोटे भाई शाजू स्कारिया की पत्नी और उनकी दो साल की बेटी को मारने के बाद जॉली ने शाजू से शादी कर ली। इतने साल तक उसने अपना सच सफलता से छिपा रखा था लेकिन पति की मौत की जांच न कराने के लिए अड़ने पर वह शक के घेरे में आ गई।रॉय के भाई रोजो ने पैतृक संपत्ति हथियाने के लिए फर्जी दस्वावेजों का सहारा लेने का आरोप लगाते हुए सिविल केस फाइल कर दिया। साथ ही उन्होंने रॉय की मौत की पुलिस जांच की अपील भी की। इस पर जॉली ने संपत्ति का मामला कोर्ट के बाहर सुलझाने को कहा। उसका कहना था कि अगर रोजो रॉय की जांच की मांग वापस ले लेते हैं तो वह कोर्ट के बाहर संपत्ति का मामले सुलझाने को तैयार है।यह भी पढ़ें:प्रॉपर्टी के लिए ले ली छह की जान, पुलिस ने कहा- हर हत्या की जगह मौजूद थी आरोपीकब्र से शव निकालकर जांचएसपी ने बताया, 'कोई महिला पति की मौत की जांच पर आपत्ति क्यों करेगी? जॉली के पास कोई जवाब नहीं था। वह सभी 6 लोगों की मौत के दौरान मौजूद थी। हमें शक हुआ और हमने उसका बैकग्राउंड चेक किया।' एक के बाद एक जॉली के सच सामने आने लगे। फिलहाल उसके 6 शिकारों के शवों को कब्र से बाहर निकालकर सायनाइड की जांच की जा रही है। जॉली संपत्ति के लिए हत्या करने की बात पहली ही स्वीकार चुकी है।जॉली के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का केस दर्ज है। उसके हर शिकार की हत्या की जांच के लिए 6 टीमें बनाई गई हैं। स्टेट पुलिस चीफ लोकनाथ बहेरा ने बताया है कि पूरा केस परिस्थितियों और वैज्ञानिक सूबतों के आधार पर बनाया जाना है क्योंकि कोई गवाह नहीं है। इसलिए यह जितना दिख रहा है, उससे कहीं ज्यादा जटिल मामला है।


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