मंदी वाले बयान पर चौतरफा घिरे रविशंकर प्रसाद ने वापस लिया बयान


केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मंदी को खारिज करने के लिए फिल्मों का सहारा लेने वाले अपने बयान को तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाया। हालांकि, केंद्रीय मंत्री ने अपना बयान वापस ले लिया हैमंदी वाले बयान पर चौतरफा घिरे रविशंकर प्रसाद ने वापस लिया अपना बयानएक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर रविशंकर ने कहा कि एक संवेदनशील इंसान होने के नाते वह बयान वापस लेते हैंबता दें कि रविशंकर ने शनिवार को कहा था कि देश में इकॉनमी थोड़ी साउंड है तभी तो 3 फिल्मों ने 120 करोड़ का कारोबार कियाअर्थव्यवस्था की मंदी पर दिए गए बयान पर चौतरफा घिरे केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने अपना बयान वापस ले लिया है। प्रसाद ने एक प्रेस बयान जारी कर कहा कि मेरे विडियो के एक हिस्से को पूरी तरह से तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। एक संवेदनशील शख्स होने के नाते वह अपना बयान वापस लेते हैं।अपने बयान में रविशंकर ने कहा, 'मुंबई में कल मेरे द्वारा दिए 3 फिल्मों की एक दिन की कमाई 120 करोड़ का बयान पूरी तरह तथ्यात्मक रूप से बिल्कुल सही है। मैंने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि मैं मुंबई में था, जिसे भारत में फिल्मों की राजधानी भी कहा जाता है। मुझे अपने फिल्म उद्योग पर काफी गर्व है। यहां से लाखों लोगों को रोजगार मिलता है और काफी टैक्स भी मिलता है। मैंने सरकार द्वारा आम लोगों के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी थी। पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार आम लोगों की संवेदनशीलता का काफी ध्यान रखती है। मीडिया के साथ मेरी बातचीत का पूरा विडियो मेरे सोशल मीडिया पर मौजूद है। मेरे बयान के एक हिस्से के पूरी तरह से तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। एक संवेदनशील व्यक्ति होने के नाते मैं अपना बयान वापस लेता हूं।मोदी सरकार में कानून मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालने वाले रविशंकर प्रसाद ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फेंस में बेरोजगारी और अर्थव्यवस्था में सुस्ती को पूरी तरह खारिज किया। उन्होंने अर्थव्यवस्था में सुस्ती से इनकार करते हुए कहा, 'मेरा फिल्मों से लगाव है। फिल्में बड़ा कारोबार कर रही हैं। 2 अक्टूबर को 3 फिल्में रिलीज हुई हैं। फिल्म उद्योग के विशेषज्ञ ने कहा है कि नैशनल हॉलीडे के दिन 3 फिल्मों ने 120 करोड़ रुपये का कारोबार किया है। अब जब देश में इकॉनमी थोड़ी साउंड है तभी तो 120 करोड़ रुपये का रिटर्न एक दिन में आ रहा है।'


Comments