फिर विदेश दौरे पर राहुल गांधी, कांग्रेस बोली- मेडिटेशन मकसद, बीजेपी ने की कार्यक्रम सार्वजनिक करने की मांग


राहुल गांधी के विदेश दौरे पर कांग्रेस ने कहा कि वह पहले भी विपश्यना के लिए बाहर जाते रहे हैं और इस बार भी इसलिए विदेश में हैंएक तरफ कांग्रेस पार्टी सुस्त अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी कर रही है, वहीं दूसरी ओर पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर विदेश दौरे पर चले गए हैं। राहुल गांधी कहां गए हैं, यह जानकारी तो पार्टी की तरफ से नहीं दी गई है, लेकिन इतना जरूर कहा गया है कि वह 'मेडिटेशन' के लिए गए हैं। दूसरी तरफ बीजेपी को भी कांग्रेस पार्टी को घेरने का एक और मौका मिल गया है। बीजेपी के आईटी सेल के इंचार्ज का कहना है कि कांग्रेस पार्टी को राहुल गांधी के दौरे की जानकारी सार्वजनिक करनी चाहिए।राहुल गांधी विदेश दौरे पर हैं और कांग्रेस ने कहा कि वह विपश्यना के लिए गए हैंकांग्रेस ने बताया कि वह पहले भी विपश्यना के लिए विदेश दौरे पर जाते रहे हैंराहुल के विदेश दौरे पर उनकी आलोचना हो रही थी जिसके बाद यह बयान आया हैउल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने कभी भी राहुल के विदेश दौरों को लेकर ब्यौरा नहीं दिया है। लेकिन इस बार कांग्रेस ने कहा है कि वह मेडिटेशन के लिए विदेश दौरे पर हैं और जल्द ही भारत लौटेंगे। राहुल के विदेश दौरे और कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन के कार्यक्रम में उनकी शिरकरत के बारे में पूछे जाने पर पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, 'राहुल गांधी अतीत में समय-समय पर विपश्यना के लिए यात्रा करते रहे हैं और वर्तमान मेंउन्होंने कहा, 'विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम को उनके दिशा निर्देशन और विचार-विमर्श के साथ तैयार किया गया है। राहुल गांधी उस बैठक में शामिल थे जिसमें इस पर निर्णय हुआ था। न तो सोनिया जी और न ही राहुल जी राज्य और जिले स्तर पर होने वाले विरोध प्रदर्शन के कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे हैं।'इस पूरे मामले पर बीजेपी आईटी सेल के इंचार्ज अमित मालवीय ने ट्वीट कर कांग्रेस पार्टी से जवाब मांगा है। मालवीय ने लिखा, 'भारत मेडिटेशन के लिए बड़ा केंद्र रहा है। लेकिन राहुल गांधी अक्सर इसके लिए अक्सर विदेश जाते हैं। कांग्रेस पार्टी क्यों राहुल गांधी के दौरे को सार्वजनिक नहीं करती है, आखिरकार वह देश के सबसे सुरक्षित नेताओं में से एक हैं।'उल्लेखनीय है कि कि कांग्रेस अर्थव्यवस्था में सुस्ती, बेरोजगारी, बैंकों की खराब हालत और किसानों के संकट सहित कई मुद्दों पर नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है। पार्टी इसके लिए 1 से 8 नवंबर के बीच 35 प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी।


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