राफेल पूजन को मल्लिकार्जुन ने बताया तमाशा, जवाब में निरुपम बोले- नास्तिक हैं खड़गे


वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा राफेल पूजन को तमाशा बताने पर संजय निरुपम ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे नास्तिक हैं और शस्त्र पूजन देश की पुरानी परंपरा रही है।दशहरा पर राफेल पूजन के बाद बयानों की राजनीति का दौर जारीमल्लिकार्जुन खड़गे के पूजा को तमाशा बताने पर संजय निरुपम ने साधा निशानानिरुपम बोले- शस्त्र पूजा पुरानी परंपरा, नास्तिक हैं मल्लिकार्जुन खड़गेएक दिन पहले भी निरुपम ने खड़गे के खिलाफ दिया था बयानतीन राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी के नेताओं के बयान पर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। विजयादशमी के दिन रक्षामंत्री राजनाथ सिंह द्वारा फ्रांस में राफेल का पूजन किए जाने पर सवाल उठाने वाले कांग्रेस नेता अब अपने ही दल के बागियों से घिरते दिखाई दे रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा राफेल पूजन को तमाशा बताने पर कांग्रेस के बागी संजय निरुपम ने उन्हें नास्तिक कहा है। निरुपम ने एक दिन पहले ही खड़गे की आलोचना करते हुए अपने ट्वीट में लिखा था कि ऐसे रणनीतिकार कांग्रेस पार्टी को निपटा देंगे।खड़गे के बयान पर संजय निरुपम ने कहा कि शस्त्र पूजा को तमाशा नहीं कहा जा सकता। शस्त्र पूजन हमारे देश की पुरानी परंपरा का हिस्सा है। समस्या ये है कि मल्लिकार्जुन खड़गे नास्तिक हैं, लेकिन कांग्रेस में हर कोई नास्तिक नहीं हो सकता।'इस तरह के तमाशे की जरूरत नहीं थी'
बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी रक्षा मंत्री के फ्रांस दौरे पर सवाल उठाते हुए कहा वहां राफेल की पूजा किए जाने को 'तमाशा' करार दिया। उन्होंने कहा, 'इस तरह के तमाशे की जरूरत नहीं थी। जब हमने बोफोर्स जैसे हथियार खरीदे, तब दिखावे के लिए कोई वहां लाने नहीं गया था।' उन्होंने कहा कि राफेल पर ऊं लिखना और उसकी पूजा करना सही है या गलत, इसका निर्णय एयरफोर्स ऑफिसरों को करना है। उन्होंने कहा, 'ये लोग जाते हैं, दिखावा करते हैं और (विमान के) अंदर बैठते भी हैं।'संदीप दीक्षित बोले- दशहरे को राफेल से जोड़ने का तुक क्या?
खड़गे के इस बयान के अलावा कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने फ्रांस में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा देश के पहले राफेल फाइटर जेट को रिसीव करने पर सवाल उठाया था। उन्होंने कहा कि वायुसेना के अधिकारी भी यह काम कर सकते थे। राफेल के हैंडओवर सेरिमनी के दौरान शस्त्र पूजा करने, जेट पर 'ऊं' लिखे जाने समेत धार्मिक रीति-रिवाजों की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि दशहरे से राफेल को जोड़ने का क्या तुक है। दीक्षित ने मोदी सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि यह कुछ भी ठोस किए बगैर हर चीज में ड्रामा करने में माहिर है।पढ़ें: राफेल की पूजा पर कांग्रेस का तंज, सरकार ड्रामे में माहिर
अमित शाह ने भी किया पलटवारकांग्रेस नेताओं के बयान के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हरियाणा में एक सभा के दौरान कहा कि 'रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फ्रांस में राफेल का शस्त्र पूजन किया। कांग्रेस को यह पसंद नहीं आया। क्या विजयदशमी पर 'शस्त्र पूजन' नहीं किया जाता है? उन्हें (कांग्रेस) इस बात पर विचार करना चाहिए कब आलोचना करनी है और कब नहीं।'


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