यूपी उपचुनाव: 11 सीटों पर वोटिंग जारी, दांव पर बीजेपी की 9, एसपी-बीएसपी की 1-1 सीट


11 विधानसभा सीटों में से 9 सीटों पर अभी तक बीजेपी का कब्जा रहा है। बीजेपी की कोशिश सभी 11 सीटें जीतने की है। वहीं कांग्रेस इस बार खाता खोलने के लिए प्रयासरत है तो एसपी दूसरे नंबर पर बने रहने के लिए जोर लगाए है।यूपी की 11 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान जारी है, 429 बूथ संवेदनशील भी हैंजिन सीटों के लिए चुनाव हो रहा है, उसमें 9 बीजेपी और एक-एक सीट एसपी-बीएसपी के पास है337 सेक्टर मैजिस्ट्रेट, 60 जोनल मैजिस्ट्रेट, 471 स्टैटिक मैजिस्ट्रेट, 520 माइक्रो ऑब्जर्वर तैनातउपचुनाव में अक्सर कमजोर पड़ जाने वाली बीजेपी के लिए अपनी 9 सीटों को बचाने की चुनौती हैयूपी की 11 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान जारी है। जिन सीटों के लिए चुनाव हो रहा है, उसमें 9 बीजेपी और एक-एक सीट एसपी-बीएसपी के पास थी। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, अखिलेश यादव और बीएसपी चीफ मायावती की कड़ी सियासी अग्निपरीक्षा होनी है। सुबह 7 बजे से शुरू हुआ मतदान शाम 6 बजे तक चलेगा। 429 संवेदशील बूथों पर अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है।चुनाव आयोग के अनुसार 337 सेक्टर मैजिस्ट्रेट, 60 जोनल मैजिस्ट्रेट, 471 स्टैटिक मैजिस्ट्रेट और 520 माइक्रो ऑब्जर्वर तैनात किए गए हैं। 429 संवेदनशील बूथों की वेबकास्टिंग कराई जा रही है।लखनऊ कैंट, जैदपुर, गोविंदनगर, प्रतापगढ़ सदर, मानिकपुर, बलहा, घोसी, जलालपुर, रामपुर, गंगोह व इगलास।महाराष्ट्र वोटिंग: जानिए हर अपडेट यहांबीजेपी: नीतियों पर मुहर मानी जाएगी जीतउपचुनाव में अक्सर कमजोर पड़ जाने वाली बीजेपी के लिए अपनी 9 सीटों को बचाने की चुनौती है। पार्टी की नजर एसपी-बीएसपी की सीटें भी अपने हिस्से कर सिक्का जमाने पर है। कानून-व्यवस्था पर विपक्ष के सवालों से जूझ रही सरकार के लिए नतीजे बेहतर रहे तो नीतियों पर मुहर मानी जाएगी। जिस तरह सीएम योगी आदित्यनाथ और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने मेहनत की है, उसके बाद नतीजे प्रतिकूल आए तो विपक्ष को हौसले के साथ हमले का मौका भी मिलेगा।महाराष्ट्र LIVE: जानें, वोट के बाद क्या बोले भागवतएसपी: बीएसपी से बीस पड़ने की चुनौती2017 के विधानसभा चुनाव में यूपी में नंबर दो रही एसपी की इस पोजिशन पर 2019 के लोकसभा चुनाव के नतीजों ने खतरा पैदा कर दिया है। चुनाव में साथी रही बीएसपी ने एसपी से अधिक सीट जीत कर अलग राह पकड़ ली है। ऐसे में एसपी के सामने सत्ता के साथ बीएसपी से भी बीस पड़ने की चुनौती है। नंबर दो तय होने पर ही नंबर एक की लड़ाई की जमीन तैयार हो सकेगी और अल्पसंख्यक वोटों की दावेदारी भी तय होगी। एसपी की बड़ी प्रतिष्ठा रामपुर सीट पर लगी है, जहां आजम खां की पत्नी चुनाव लड़ रही हैं।विधानसभा चुनाव में सबसे खराब प्रदर्शन के बाद लोकसभा चुनाव के नतीजों ने बीएसपी को संजीवनी दी। बढ़े उत्साह में बीएसपी ने न केवल एसपी से किनारा किया, बल्कि पहली बार उपचुनाव में भी मैदान में है। यहां बेहतर प्रदर्शन बीएसपी के लिए आगे की उम्मीदें मजबूत करेगा। नतीजे खराब रहे तो बड़ी मुश्किल से लौटी उम्मीदों को बरकरार रखना मुश्किल होगा।कांग्रेस: अच्छे नतीजे पार्टी को देंगे हौसलाकांग्रेस के पास खोने के लिए कुछ नहीं है। लगातार खराब प्रदर्शन के बाद से जमीनी अस्तित्व के लिए संघर्ष जारी है। अगर कांग्रेस उपचुनाव में अच्छा प्रदर्शन करती है तो नए नेतृत्व को भी हौसला मिलेगा और कार्यकर्ताओं का भी मनोबल लौटेगा। नतीजे खराब रहे तो अंदर और भीतर दोनों ही मोर्चे पर नेतृत्व को जूझना होगा।


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