एडीजी (कानून-व्यवस्था) पीवी रामाशास्त्री ने अयोध्या में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों संग बैठक की। इस दौरान अयोध्या मसले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर संभावित हालात पर काबू करने की रणनीति पर मंथन किया गया।
अयोध्या मसले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की तारीख करीब आते देख प्रशासन ने यहां सुरक्षा व्यवस्था सख्त बनाने की कवायद शुरू कर दी है। शुक्रवार को एडीजी (कानून-व्यवस्था) पीवी रामाशास्त्री ने अयोध्या और सीमा से जुड़े जिलों के पुलिस अधिकारियों व अयोध्या के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की। पुलिस लाइंस सभागार में आयोजित बैठक में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर संभावित हालात पर काबू करने की रणनीति पर मंथन किया गया।
- अयोध्या मसले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की तारीख धीरे-धीरे नजदीक आ रही है
- स्थानीय प्रशासन ने यहां सुरक्षा व्यवस्था सख्त बनाने की कवायद शुरू कर दी है
- एडीजी (कानून-व्यवस्था) पीवी रामाशास्त्री ने अयोध्या में अधिकारियों संग बैठक की
- सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर संभावित हालात पर काबू करने की रणनीति पर मंथन किया
- इस अवसर पर पीवी रामाशास्त्री ने विवादित परिसर का निरीक्षण किया और हनुमानगढ़ी का दर्शन भी किया। सुरक्षा अत्याधुनिक करने के सवाल पर एडीजी रामाशास्त्री ने कहा कि कुछ महीनों से अयोध्या की सुरक्षा को सुदृढ़ करने, उपकरणों के आधुनिकीकरण और इन्हें खरीदने को लेकर चर्चा चल रही थी। अब इनका आधुनिकीकरण किया जा रहा है। एडीजी ने कहा कि फैसले को लेकर अयोध्या की सुरक्षा को लेकर कई प्रकार की तैयारियां चल रही है। वैसे तो अयोध्या में साल में 365 दिन सुरक्षा सख्त रहती है, इसे और अपग्रेड किया जा रहा है। फोर्स की तैनाती की जा रही है, साथ ही उनकी सही ब्रीफिंग करने पर बल दिया जा रहा है। फोर्स की सही ट्रेनिंग और उपकरणों का आधुनिकीकरण भी जरूरी है। उन्होंने बताया कि सुरक्षा में सिविल फोर्स, पीएसी और केंद्रीय पुलिस बल के जवान तैनात किए जा रहे हैं।
अयोध्या में आ रही है पर्याप्त फोर्स
एडीजी (कानून-व्यवस्था) ने कहा कि बाहर से पर्याप्त फोर्स अयोध्या आ रही है। फायर सर्विस ऐंटी सेबोटाज टीम और डॉग स्क्वॉड सभी को मुस्तैद रखा जाएगा। जितनी आवश्यकता होगी उतनी फोर्स लगाई जाएगी। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। अभी से ही जिला प्रशासन जगह जगह पीस कमिटी की बैठकें कर रहा है। जिले के अधिकारी आम जनता के साथ संवाद कर उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिला रहे हैं। - 120 कॉलेजों में रुकेगी फोर्स
डीएम अनुज कुमार झा के मुताबिक, अयोध्या के 120 कॉलेजों में फोर्स को रोकने का आदेश जारी कर दिया गया है पर इससे यहां शिक्षण कार्य प्रभावित नहीं होगा। इन कॉलेजों में केवल एक तिहाई कमरे ही फोर्स के लिए आरक्षित किए गए हैं। मसलन जिनमें 20 कमरे हैं, उनमें से केवल 7 को ही आरक्षित किया गया है। डीएम ने बताया कि फोर्स को हिदायत दी गई है कि वे शिक्षण कार्य में बाधा नहीं पहुंचाए।
सभी समुदायों के धर्मगुरुओं ने अवाम से की अपील
शहर इमाम और टाटशाह मस्जिद के इमाम मौलाना समसुल कादरी ने सभी से सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अपना मुल्क बचा के रखें। सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान ही देश का सम्मान है। अयोध्या के लोगों से अपील करते हुए कादरी ने कहा कि फैसले के दिन खुद को अपने कामों में व्यस्त रखें और अफवाहों से बचें। फैसला जो भी हो भाईचारा कायम रहे। - वहीं, महंत रामदास ने कहा कि हाईकोर्ट के फैसले के दौरान भी सभी लोगों ने संयम रखा था। इसी तरह सुप्रीम कोर्ट के फैसले का भी सभी सम्मान करें। बाबरी मस्जिद के मुद्दई इकबाल अंसारी ने कहा कि कोर्ट का फैसला सभी को मानना चाहिए। भाईचारा और सौहार्द बनाए रखना हर नागरिक का धर्म है।
Comments
Post a Comment