बेंगलुरु में एक कपड़ा व्यवसायी के घर काम करने वाला नौकर चोरी कर ट्रेन से अजमेर भाग गया। वह अजमेर पहुंचता उससे पहले ही पुलिस फ्लाइट से वहां पहुंच गई और रेलवे स्टेशन से उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
बेंगलुरु
22 वर्षीय कुशाल सिंह बेंगलुरु में एक व्यवसायी के घर घरेलू नौकर के तौर पर काम करता था। जल्दी अमीर होने के लालच में उसने व्यवसायी के घर से सोने की जूलरी चुराई और राजस्थान के अजमेर के लिए ट्रेन पकड़कर घर भाग गया। हालांकि अजमेर पहुंचकर उसकी सारी खुशी तब हवा हो गई, जब रेलवे स्टेशन पर पुलिस ने ही उसका 'स्वागत' किया। दरअसल कुशाल को ट्रेन से राजस्थान पहुंचने में तीन दिन लग गए, मगर पुलिस फ्लाइट पकड़कर अजमेर पहुंची और उसके पहुंचने से पहले ही रेलवे स्टेशन पर गिरफ्तारी के लिए जाल बिछा दिया था।
कुशाल ने बेंगलुरु के व्यवसायी महक पीरागल के बासवनगुड़ी स्थित घर पर काम करना शुरू किया था। उसका नाम महक के एक फैमिली फ्रेंड ने ही सुझाया था और दिवाली के दिन से उसने काम करना शुरू किया था। उसी दिन शाम को उन्होंने कुशाल से घर की निगरानी करने को कहा और पूरा परिवार चिकपेट स्थित दुकान में पूजा करने चला गया। लौटने पर उन्होंने देखा कि पूरा घर उलट-पुलट था, सोने-चांदी के आभूषण गायब थे और कुशाल भी फरार था।
महक ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसने कुशाल की सीडीआर निकलवाई और तलाश शुरू कर दी। पुलिस को सीडीआर से पता चला कि वह रास्ते में है और कहीं जा रहा है। आगे की जांच में पता चला कि उसने अजमेर जाने के लिए ट्रेन पकड़ी है। पुलिस ने तुरंत जयपुर की फ्लाइट ली और अजमेर पहुंचकर उसे रेलवे स्टेशन से ही गिरफ्तार कर लिया। पुलिस उसे वहीं से सीधे बेंगलुरु ले आई।
पुलिस ने बताया, 'कुशाल पहली बार बेंगलुरु आया था और उसका कोई क्रिमिनल रेकॉर्ड नहीं रहा है। वह बस जल्दी से अमीर बनना चाहता था और इसके लिए उसने गलत रास्ता चुन लिया।'
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