जेएनयू की बढ़ी फीस पर बोले छात्र, हम आंदोलन करें या पढ़ाई छोड़ दें और कोई रास्ता नहीं


छात्रों का कहना है कि बढ़े हुए फीस स्ट्रक्चर से उनकी आर्थिक स्थिति बिगड़ जाएगी और उनके लिए पढ़ाई को जारी रख पाना मुश्किल होगा। जेएनयू छात्र संघ के वाइस प्रेजिडेंट साकेत मून दावा करते हैं कि 40 पर्सेंट छात्रों के परिवारों की आय 1.40 लाख रुपये से कम है।


नई दिल्ली
जेएनयू में हॉस्टल फीस में इजाफे का मामला काफी बढ़ता दिख रहा है। सोमवार को दीक्षांत समारोह में शामिल होने आए मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को छात्रों ने करीब छह घंटे तक घेरे रखा। स्टूडेंट्स का साफ कहना था कि हमें सस्ती शिक्षा के साथ ही दीक्षांत समारोह मंजूर है। बिहार के राजगीर की रहने वाली जेएनयू छात्रा कुमारी चैत्रा बताती हैं कि वह 10वीं के बच्चों को कोचिंग देती हैं ताकि एनआईटी अगरतला में पढ़ रहे अपने भाई को कुछ पॉकेट मनी भेज सकें।

एमए पश्तो की छात्रा कुमारी चैत्रा बताती हैं कि यूनिवर्सिटी के नए हॉस्टिल मैनुअल के चलते उनकी आर्थिक स्थिति बिगड़ जाएगी। 28 अक्टूबर से लागू हुआ नया मैनुअल उनकी परेशानियों को बढ़ाने वाला है। वह कहती हैं, 'मुझे यह नहीं पता कि मैं एक्स्ट्रा चार्जेज किस तरह से चुका पाऊंगी। मुझे अपनी पढ़ाई बीच में भी छोड़नी पड़ सकती है।' सोमवार को दीक्षांत समारोह के दौरान प्रदर्शन करने वालों में शामिल रहीं चैत्रा के अलावा अन्य कई छात्रों का कहना है कि यदि ऐसा ही रहा तो उन्हें अपनी पढ़ाई बीच में छोड़नी पड़ सकती है।


एमए फारसी के छात्र मोहम्मद कहते हैं कि कमाई का अन्य कोई जरिया न होने और परिवार से कम सपॉर्ट के चलते हमें अपनी फीस चुकाने के लिए स्कॉलरशिप पर ही निर्भर रहना पड़ता है। अब हमें करीब 7,000 रुपये चुकाने होंगे। मेरे पिता का 7 साल पहले इंतकाल हो गया था और मैं अपने भाईयों पर पैसों के लिए दबाव नहीं डाल


जेएनयू छात्र संघ के वाइस प्रेजिडेंट साकेत मून दावा करते हैं कि यूनिवर्सिटी की 48वीं सालाना रिपोर्ट के मुताबिक 40 पर्सेंट छात्र ऐसे हैं, जिनके पैरेंट्स की इनकम 1.4 लाख सालाना से कम है। मून कहते हैं, 'हॉस्टल का सालाना चार्ज कम से कम 56,000 रुपये हो जाएगा। इससे गरीब छात्रों पर दबाव बढ़ जाएगा।'

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बता दें कि जेएनयू के डीन ऑफ स्टूडेंट्स उमेश कदम ने यूनिवर्सिटी का पक्ष रखते हुए कहा कि हॉस्टल के चार्ज में 19 साल के बाद इजाफा किया गया है। अब तक छात्रों को खाने के लिए 22 रुपये चुकाने होते थे, अब हमने चार्ज को 44 रुपये कर दिया है। छात्रों का इस तरह से दैनिक खर्च 132 रुपये होगा। यही नहीं जेएनयू में अनलिमिटेड खाना मिलता है, इस लिहाज यह सस्ता ही है।

लड़कों के रूम में लड़कियों की होगी नोएंट्री
जेएनयू के नए मैनुअल के मुताबिक अब विजिटर्स को रात 10:30 के बाद हॉस्टल से निकलना होगा। इसके अलावा लड़कों के कमरे में किसी लड़की या फिर लड़की के कमरे में किसी लड़के की एंट्री पर रोक होगी। हॉस्टल के नियमों का पालन न करने पर 10,000 रुपये के फाइन का भी प्रस्ताव है।


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