कश्मीर में बर्फबारी के बाद हिमस्खलन, सेना के दो जवान शहीद


कश्मीर घाटी के कुपवाड़ा जिले में बर्फबारी के बाद हुए हिमस्खलन में सेना के दो जवान शहीद हुए हैं। शहीद जवान कुपवाड़ा जिले में स्थित नियंत्रण रेखा के पास एक कैंप में तैनात थे।




  • कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में भूस्खलन में दबे सेना के दो जवान शहीद

  • कुपवाड़ा में एलओसी के पास कैंप में हुए भूस्खलन में शहीद हुए जवान

  • तमाम इलाकों में भारी बर्फबारी के कारण जनजीवन प्रभावित, राजमार्ग बंद

  • गुलमर्ग में 62 सेमी तक बर्फबारी, श्रीनगर में भी पड़ी एक फीट तक बर्फ



श्रीनगर
जम्मू-कश्मीर में बुधवार एवं गुरुवार हुई बर्फबारी के बाद से ही जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। कश्मीर घाटी के उच्च पर्वतीय इलाकों में हुई भारी बर्फबारी के कारण एलओसी के पास हुए हिमस्खलन में सेना के दो जवान शहीद हुए हैं। शहीद हुए जवान कुपवाड़ा के पास एलओसी के पास तैनात थे।
कश्मीर के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बुधवार देर रात 2 फीट तक बर्फबारी हुई है। ऐसे में उत्तरी कश्मीर के तमाम हिस्सों में जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। कुपवाड़ा में बर्फबारी के बाद एलओसी के पास हुए भूस्खलन में दबकर सेना के दो जवान शहीद हुए हैं। बताया जा रहा है कि यह दोनों जवान हिमस्खलन के दौरान बर्फ में दब गए थे। शहीद जवानों के नाम अखिलेश पटेल (निवासी- रीवा, मध्य प्रदेश) और भीम बहादुर (निवासी-देहरादून, उत्तराखंड) हैं।


कश्मीर में गुरुवार को हुई भारी बर्फबारी के कारण घाटी का संपर्क पूरे देश से कट गया। बर्फबारी के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को यातायात के लिए बंद कर दिया गया। श्रीनगर हवाई अड्डे से आने-जाने वाली सभी उड़ानों को भी रद्द कर दिया गया है।

राजमार्ग पर फंसे 2000 से ज्यादा वाहन
अधिकारियों ने बताया कि गुरेज़, माछिल, केरन और तंगधार जैसे दूर-दराज के इलाकों को राजधानी श्रीनगर से जोड़ने वाली सड़कों को भी बंद कर दिया गया है। मार्ग बंद होने से 2000 से अधिक वाहन राजमार्ग पर फंसे हुए हैं। साथ-साथ श्रीनगर हवाईअड्डे पर आने-जाने वाली सभी उड़ानों को रद्द कर दिया गया है।

युद्ध स्तर पर राहत कार्य जारी
श्रीनगर के उपायुक्त शाहिद इकबाल चौधरी ने बताया कि युद्ध स्तर पर राहत कार्यों का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बर्फ हटाने के लिए 45 मशीनों का प्रयोग किया जा रहा है, जलभराव नहीं हो इसे सुनिश्चित करने के लिए पंपों पर जेनरेटरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। अभी तक 37 बिजली स्टेशनों में सेवाओं को बहाल किया जा चुका है, जबकि शेष स्टेशनों में अगले कुछ घंटों में सेवाओं को बहाल कर दिया जाएगा।


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