केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का नया नक्शा जारी


नए केंद्रशासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का नया नक्शा जारी कर दिया गया। इसके तहत लद्दाख के पास दो जिले लेह और कारगिल होंगे। वहीं जम्मू-कश्मीर में 21 जिले होंगे।


जम्मू-कश्मीर राज्य के पुनर्गठन बाद बीते 31 अक्टूबर को विधिवत भारत के दो नए राज्य अस्तित्व में आ गए। शनिवार को दोनों नए केंद्र शासित प्रदेशों का नक्शा जारी कर दिया। नए नक्शे के मुताबिक, पाक अधिकृत कश्मीर के मीरपुर और मुजफ्फराबाद जिले को जम्मू-कश्मीर का हिस्सा बताया गया है। इन दोनों जिलों को लेकर जम्मू-कश्मीर में कुल 22 जिले होंगे।
लेह भारत का सबसे बड़ा जिला
वहीं, जम्मू-कश्मीर के मुकाबले लद्दाख का क्षेत्रफल बड़ा है लेकिन उसके पास केवल दो जिले लेह और कारगिल होंगे। लद्दाख का लेह जिला क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा जिला होगा। इसके अलावा कुपवाड़ा, बांदीपोरा, बारामूला, पूंछ, बडगाम, शोपियां, कुलगाम, किश्तवाड़, उधमपुर, डोडा, सांबा, जम्मू, कठुआ, रामबन, राजौरी, अनंतनाग, पुलवामा, श्रीनगर, रियासी और गांदरबल जिले जम्मू-कश्मीर का हिस्सा होंगे। नए नक्शे में पीओके के मुजफ्फराबाद और मीरपुर को भी जम्मू-कश्मीर का हिस्सा दिखाया गया है। भारत हमेशा से इन दोनों जिलों को अपना हिस्सा बताता रहा है।


5 अगस्त को केंद्र सरकार ने पेश किया था संकल्प
बता दें कि केंद्र सरकार ने 5 अगस्त को संसद में प्रदेश के द्विविभाजन का संकल्प पेश किया था। राष्ट्रपति से मंजूरी मिलने के बाद राज्य को दो हिस्सों में बांटकर केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दे दिया गया था। साथ ही, प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 के प्रावधानों को निरस्त कर दिया गया था। इस फैसले के बाद बीते 31 अक्टूबर को भारत में विधिवत् दो नए राज्य अस्तित्व में आए। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा होगी जबकि लद्दाख बिना विधानसभा वाला केंद्र शासित प्रदेश होगा।


दोनों केंद्र शासित प्रदेशों के अस्तित्व में आने के बाद 31 अक्टूबर 2019 को जीसी मुर्मू को जम्मू-कश्मीर का और आरके माथुर को लद्दाख का पहला लेफ्टिनेंट गवर्नर बनाया गया। गौरतलब है कि नए नक्शे में पाक अधिकृत कश्मीर को लद्दाख का हिस्सा दिखाया गया है।


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