ऑटो सेक्टर में सुस्ती बरकरार, मारुति सुजुकी ने चालू वित्त वर्ष में बिक्री का अनुमान 20% घटाया


इस वित्त वर्ष में पहली दो तिमाही में मारुती सुजुकी की सेल्स में 25% की गिरावट आई, जिससे सुजुकी की ग्लोबल सेल्स 17% फिसल गई। कंपनी का कहना है कि अक्टूबर में मामूली रिकवरी के बावजूद पूरे वित्त वर्ष में वॉल्यूम में 13.2 प्रतिशत की गिरावट आएगी।




  • वित्त वर्ष 2020 में अपनी भारतीय इकाई मारुति सुजुकी की बिक्री के अनुमान में 20 % की भारी-भरकम कटौती की

  • अप्रैल से सितंबर के बीच मारुति के वॉल्यूम में 25 प्रतिशत की गिरावट आई, जिससे सुजुकी की ग्लोबल सेल्स 17% नीचे आई

  • अक्टूबर में मामूली रिकवरी के बावजूद पूरे वित्त वर्ष में वॉल्यूम में 13.2 प्रतिशत की गिरावट आएगी

  • इस वित्त वर्ष में 28.4 लाख ऑटोमोबाइल और 17.7 लाख मोटरसाइकिल की बिक्री का अनुमान



 

मुंबई
सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन ने वित्त वर्ष 2020 में अपनी भारतीय इकाई मारुति सुजुकी की बिक्री के अनुमान में 20 प्रतिशत की भारी-भरकम कटौती की है। जापानी ऑटो कंपनी ने वित्त वर्ष की पहली छमाही में एशिया के तीसरे सबसे बड़े कार बाजार में मारुति के खराब प्रदर्शन के बाद अनुमान में यह बदलाव किया है। इस साल अप्रैल से सितंबर के बीच मारुति के वॉल्यूम में 25 प्रतिशत की गिरावट आई, जिससे सुजुकी की ग्लोबल सेल्स 17 प्रतिशत नीचे आ गई। जापानी कंपनी का कहना है कि अक्टूबर में मामूली रिकवरी के बावजूद पूरे वित्त वर्ष में वॉल्यूम में 13.2 प्रतिशत की गिरावट आएगी।


मुनाफे के अनुमान में भी कटौती की
सुजुकी ने जून तिमाही के अनुमान के मुकाबले वित्त वर्ष 2020 में अपनी आमदनी, ऑपरेटिंग इनकम और मुनाफे के अनुमान में भी क्रमश: 10.3, 39.4 और 30 प्रतिशत की कटौती की है। सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन को इस वित्त वर्ष में 28.4 लाख ऑटोमोबाइल और 17.7 लाख मोटरसाइकिल की बिक्री का अनुमान है, जो उसके पिछले अनुमान से क्रमश: 14.7 और 3 प्रतिशत कम है।

BS-VI एमिशन नॉर्म्स का असर और गंभीर होगा
मारुति ने पहले वित्त वर्ष 2020 तक सालाना 20 लाख गाड़ियों की बिक्री का लक्ष्य रखा था, लेकिन इस वित्त वर्ष में अब वह 15 लाख गाड़ियों की बिक्री की उम्मीद कर रही है। सुजुकी के बिक्री के अनुमान में कटौती के बाद मारुति के चेयरमैन आर सी भार्गव ने इकनॉमिक टाइम्स को दिए इंटरव्यू में बताया कि अगले चार-पांच महीनों में BS-IV से BS-VI एमिशन नॉर्म्स में शिफ्ट होना काफी अहमियत रखता है। उन्होंने कहा कि इस वजह से आने वाले वक्त काफी अनिश्चित रहेगा।

ऑटो सेक्टर पर काफी दबाव
भार्गव ने बताया, 'अक्टूबर में जहां मारुति सुजुकी की होलसेल बिक्री बढ़ी, वहीं दूसरी कंपनियों की बिक्री में गिरावट आई। वित्त वर्ष 2020 की पहली छमाही में हमारी बिक्री 25 प्रतिशत घटी है। इसलिए मुझे साल के बचे हुए महीनों में स्थिति में बहुत बदलाव की सूरत नहीं दिख रही है। इस लिहाज से भारत में सुजुकी की ग्रोथ में 20 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान ठीक लग रहा है।' भारत पर सुजुकी के नए अनुमान से पता चलता है कि अक्टूबर में बिक्री में मामूली सुधार के बावजूद ऑटो कंपनियों के लिए स्थिति कितनी चुनौतीपूर्ण बनी हुई है।

मिनी कार सेगमेंट में बिक्री 53 फीसदी गिरी
मारुति के लिए सबसे बड़ी परेशानी मिनी कार सेगमेंट है, जिसमें बिक्री 53 प्रतिशत घटकर सिर्फ एक लाख यूनिट के करीब रह गई है। डीजल गाड़ियों की बिक्री बंद करने के बाद अगले साल-डेढ़ साल में कंपनी को सालाना 3-5 लाख यूनिट्स की और भरपाई का इंतजाम करना होगा। इसके बावजूद ऐनालिस्टों का मारुति पर भरोसा बना हुआ है। कंपनी के शेयरों में अनुमानित प्रति शेयर मुनाफे के 30 गुना पर ट्रेडिंग हो रही है, जो उसकी मालिक सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन की तुलना में दोगुना वैल्यूएशन है। पिछले तीन महीनों में मारुति के शेयर 38 प्रतिशत चढ़े हैं। वहीं, इस दौरान सुजुकी के शेयर प्राइस में 28 प्रतिशत की तेजी आई है।


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