फांसी की सजा के खिलाफ फिर से सुप्रीम कोर्ट जाएंगे निर्भया के कातिल


विनय, पवन और अक्षय के वकील एपी सिंह ने बताया कि तीनों के परिजनों ने उनसे संपर्क किया और इन्हें बचाने की गुहार लगाई। अगर कोर्ट इनकी याचिकाओं पर सुनवाई की मंजूरी दे देता है तो मौत की सजा का मसला फिर कुछ समय के लिए टल जाएगा।




  • राष्ट्रपति के पास दया याचिका दायर करने से पहले सुप्रीम कोर्ट जाएंगे मुजरिम

  • चारों दोषियों को दया याचिका दायर करने के लिए 4 नवंबर तक का वक्त दिया गया है

  • दया याचिका दायर न होने पर जेल प्रशासन डेथ वॉरंट निकालने का अनुरोध करेगा

  • सजा पर अंतिम मुहर लगाने वाले जज अब रिटायर, रिव्यू-पिटीशन कितनी कामयाब रहेगी देखना होगा



 

नई दिल्ली
'निर्भया' कांड के तीन दोषियों ने मौत की सजा के खिलाफ फिर से सुप्रीम कोर्ट की शरण में जाने का फैसला लिया है। जेल अधिकारियों से मिले नोटिस के बाद अक्षय कुमार को पुनर्विचार याचिका दायर करने की याद आई तो पवन और विनय क्यूरेटिव पिटिशन से फांसी टलने की उम्मीद लगा रहे हैं। 29 अक्टूबर को जारी इस नोटिस में चारों दोषियों को दया याचिका दायर करने के लिए आगाह किया गया है। इसके लिए उनके पास 4 नवंबर तक का समय है। नोटिस के मुताबिक, इस दौरान यदि वे ऐसा नहीं करते हैं तो जेल प्रशासन अदालत से इनके नाम का डेथ वॉरंट निकालने का अनुरोध करेगा।


विनय, पवन और अक्षय के वकील एपी सिंह ने बताया कि तीनों के परिजनों ने उनसे संपर्क किया और इन्हें बचाने की गुहार लगाई। विनय के पिता हरेराम और पवन के पिता हीरालाल गुप्ता के उनसे संपर्क करने का सिंह ने दावा किया। इन दोनों के परिवार वाले आरके पुरम के रविदास कैंप में रहते हैं।


अक्षय बिहार का रहने वाला है, जहां से उसकी पत्नी सविता के सिंह से संपर्क किए जाने का दावा किया गया। वकील ने कहा कि परिजनों के कहने और मुजरिमों के बुलाने पर वह शुक्रवार को तिहाड़ जेल गए जहां विनय और अक्षय बंद हैं। मंडोली जेल में उन्होंने अपने भाई को भेजे जाने की बात कहीं जहां पवन को रखा गया है। सिंह के मुताबिक, विनय और अक्षय पहले सभी कानूनी विकल्प अपनाना चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ये दोनों दिल्ली सरकार के रुख से काफी निराश थे।

सिंह ने दावा किया कि वह जल्द ही इनकी याचिकाओं के साथ सुप्रीम कोर्ट में दिखेंगे। कानूनी जानकारों के मुताबिक यदि कोर्ट इनकी याचिकाओं पर सुनवाई की मंजूरी दे देता है तो मौत की सजा का मसला फिर कुछ समय के लिए टल जाएगा। इन तीनों के अलावा मुकेश को भी मामले में मौत की सजा मिली है।


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