सुस्ती का सिग्नल: IIT से हायरिंग पर ठंडा है टॉप कंपनियों का जोश


कई बड़ी कंपनियां जो प्लेसमेंट सीजन के पहले ही दिन मोटे पैकेज ऑफर कर टैलंट हायरिंग करती थीं, उनमें से कई ने इस बार इंस्टीट्यूट्स की प्लेसमेंट सेल्स रिक्वेस्ट ठुकरा दी है या अबतक इस बारे में कोई दिलचस्पी नहीं जाहिर की है।


योगिता राव, मुंबई
देश में आर्थिक सुस्ती का एक और संकेत दिखाई दे रहा है। दिसंबर में शुरू होने वाले आईआईटी प्लेसमेंट सीजन के प्रति बड़ी कंपनियों में कोई जोश देखने को नहीं मिल रहा है। हर साल जो बड़ी कंपनियां कैंपस हायरिंग के लिए पहुंचा करती थीं, वे इस बार इस प्रक्रिया से दूर रह सकती हैं।


कई बड़ी कंपनियां जो प्लेसमेंट सीजन के पहले ही दिन मोटे पैकेज ऑफर कर टैलंट हायरिंग करती थीं, उनमें से कई ने इस बार इंस्टीट्यूट्स की प्लेसमेंट सेल्स रिक्वेस्ट ठुकरा दी है या अबतक इस बारे में कोई दिलचस्पी नहीं जाहिर की है। इस वजह से प्लेसमेंट सेल्स दोहरी मेहनत कर नई फर्मों से बात कर रहे हैं ताकि इंस्टीट्यूट्स को पर्याप्त रिक्रूटर मिल सकें।

क्वॉन्टिटेटिव इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट फर्म 'वर्ल्ड क्वॉन्ट' अमूमन 40 लाख रुपये का सबसे ऊंचा डोमेस्टिक पैकेज ऑफर करती है। फर्म इस बार टैलंट हायरिंग के लिए आईआईटी बॉम्बे तो जाएगी, लेकिन अन्य आीआईटीज को उसने कोई कन्फर्मेशन नहीं दी है। टावर रीसर्च और ग्रैविटेशन रीसर्च जैसी कंपनियों ने अबतक प्लेसमेंट को लेकर कोई सकारात्मक संकेत नहीं दिए हैं। ये कंपनियां भी आकर्षक पैकेज ऑफर करती हैं।

कुछ IITs में अमेरिकी की क्लाउड डेटा मैनेजमेंट कंपनी रूबरिक ने भी प्लेसमेंट के लिए अपनी मौजूदगी की पुष्टि
नहीं की है। आईआईटी खड़गपुर के स्टूडेंट्स रिप्रेजेंटेटिव ने कहा, 'हम ऐसी कंपनियों को खो चुके हैं, जो हर बार प्लेसमेंट ऑफर करने यहां आती थीं, लेकिन हम इसकी भरपाई ने आयाम तलाश कर कर रहे हैं।' उन्होंने आगे कहा, 'कुछ कंपनियों ने प्री प्लेसमेंट ऑफरस् के जरिए अपनी जरूरत पूरी कर ली है। सुस्ती को मात देने के लिए हमने इस सीजन में हायरिंग के लिए पहुंचने वाली कंपनियों की संख्या बढ़ा दी है।'

IITs प्लेसमेंट का पहला फेज 1 दिसंबर से शुरू होता है और करीब दो-तीन हफ्तों तक चलता है। कई IITs को पिछले साल के मुकाबले ज्यादा प्री-प्लेसमेंट ऑफर मिले, लेकिन कानपुर और खड़गपुर जैसे IITs को पिछले साल जितने ही PPOs मिले। एक प्रेस स्टेटमेंट में IIT हैदराबाद ने कहा कि इस बार पिछले साल के मुकाबले डबल प्री प्लेसमेंट ऑफर मिले।

एक स्टूडेंट ने बताया, इस बार गार्टनर, ग्रैविटन, वर्ल्ड क्वॉनव्ट और रूबरिक IIT कानपुर कैम्पस नहीं पहुंचेंगी और टावर रीसर्च ने अबतक िस बारे में कोई पुष्टि नहीं की है।

आईआईटी बॉम्बे प्लेसमेंट ऑफिस के एक अधिकारी ने बताया कि कुछ 'डे वन' संस्थाओं ने प्लेसमेंट प्रॉसेस का हिस्सा बनने से इनकार कर दिया है। 5 नबंलर तक आईआईटी बॉम्बे को 163 प्री-प्लेसमेंट ऑफर मिले जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 141 था। IIT दिल्ली के एक स्टूडेंट रिप्रजेंटेटिव ने बताया कि की कोर सेक्टर कंपनियों ने इस बार प्लेसमेंट के लिए आने से इनकार कर दिया है।


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