तिहाड़ में ‘दरिंदे’ ने बनाई निर्भया के साथ हुई ‘दरिंदगी’ और अंजाम को बयां करती पेंटिंग


नई दिल्ली. निर्भया के 4 गुनहगाराें में से एक विनय तिहाड़ जेल में पेंटिंग और शायरी लिखकर समय काट रहा है। उसने एक पेंटिंग निर्भया के साथ 16 दिसंबर 2012 की रात हुई दरिंदगी पर बनाई है। इसमें एक असहाय लड़की को दरिंदे के चंगुल में फंसा दिखाया गया है। इस पर 16 दिसंबर 2012 लिखा है। इसके नीचे फांसी के 4 फंदे भी बने हैं।


पेंटिंग को देखने से प्रतीत होता है कि असहाय लड़की के साथ जो दरिंदगी हुई, उसका अंजाम फांसी है। विनय ने दरिंदा नाम से भी एक पेंटिंग बनाई है। विनय की मांग पर जेल प्रशासन ने उसे कागज, पेंसिल और ब्रश मुहैया कराया था। इनकी मदद से उसने 19 से भी ज्यादा पेंटिंग बनाई हैं। दैनिक भास्कर के पास उसकी पेंटिंग की तस्वीर है। उसने अपनी मां और स्वर्गीय दादा की भी पेंटिंग बनाई है। अपनी मां के लिए बनाई गई पेंटिंग में उसने लिखा है कि आपको बहुत याद करता हूं। जेल सूत्राें के अनुसार विनय जेल में रातभर अपनी मां को याद कर रोता है।



दोस्तों के नाम चिट्‌ठी में दी नसीहत


विनय ने अपने चार दोस्तों के नाम एक चिट्ठी भी लिखी है। इसमें उसने दोस्तों को अच्छा व्यवहार करने की नसीहत दी है। दोस्ताें- राजू, कमल, रोहित सिंह और दिनेश के नाम लिखी चिट्ठी में उसने कहा है- मैं आप सभी दोस्तों को याद करता हूं और आपको प्यार करता हूं। मेरे सभी दोस्तों को मेरा एक पैगाम है। कभी भी किसी को वह मत कहना, जिसे तुम खुद बर्दाश्त न कर सको। अपने पत्र में विनय शर्मा ने कुछ शेर भी लिखे हैं।


‘दरिंदा’ की फाेटाे वकील काे दी गई
दिल्ली की पटियाला हाउस सेशन काेर्ट के निर्देश पर तिहाड़ जेल प्रशासन ने निर्भया के गुनहगार विनय कुमार की जेल में लिखी डायरी ‘दरिंदा’ की फाेटाे और अन्य दस्तावेज उसके वकील एपी सिंह काे दे दिए हैं। इसके साथ ही कोर्ट 3 गुनहगाराें की याचिका का निपटारा किया।


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