जब युवराज सिंह ने बीमारी में खेलते हुए की थी दुआ-....



20 मार्च 2011 को भारत का मुकाबला लीग स्टेज में वेस्टइंडीज के खिलाफ होना था और उस मैच में युवराज सिंह ने सेंचुरी ठोककर भारत को जीत दिलाई थी।


टीम इंडिया के स्टार क्रिकेटर रह चुके युवराज सिंह ने पिछले साल इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। अभी भी उन्हें भारत के बेस्ट हार्ड-हिटिंग बल्लेबाजों में शुमार किया जाता है। इस बाएं हाछ के बल्लेबाज के दम पर टीम इंडिया ने 2011 आईसीसी वर्ल्ड कप जीता था। युवराज तब मैन ऑफ द सीरीज रहे थे और उसी दौरान उन्हें कैंसर के लक्षण भी नजर आने शुरू हुए थे। युवराज सिंह ने 2007 टी20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के ओवर में लगातार छह छक्के भी लगाए थे। 20 मार्च 2011 को भारत का मुकाबला लीग स्टेज में वेस्टइंडीज के खिलाफ होना था और उस मैच में युवराज सिंह ने सेंचुरी ठोककर भारत को जीत दिलाई थी। उस मैच में युवराज सिंह की तबीयत ठीक नहीं थी, लेकिन बावजूद इसके उन्होंने खेलना जारी रखा था और भारत को जीत दिलाई थी।


'मर भी जाऊं लेकिन भारत वर्ल्ड चैंपियन बने'


भारत को उस मैच में सचिन तेंदुलकर और गौतम गंभीर के रूप में दो जल्द झटके लग चुके थे। युवराज सिंह ने विराट कोहली के साथ मिलकर साझेदारी कर भारत को मुश्किल से निकालने की जिम्मेदारी उठाई थी। इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 122 रन जोड़े थे, विराट कोहली 59 रन बनाकर आउट हो गए थे। इसके बाद भी युवी क्रीज पर टिके हुए थे। मैच चेन्नई में खेला जा रहा था और पिच काफी धीमी थी ऐसे में रन बनाना काफी मुश्किल हो रहा था। युवी की तबीयत भी इस दौरान खराब थी और उन्होंने मैदान पर काफी बार उल्टी भी की थी। 2014 में आजतक को दिए इंटरव्यू में इस पारी के बारे में बात करते हुए युवी ने कहा था, 'पहले मुझे लगा था कि चेन्नई की गर्मी से मुझे दिक्कत हो रही है। मैं हमेशा से वर्ल्ड कप मैच में सेंचुरी लगाना चाहता था, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया था क्योंकि मैं नंबर 6 पर बल्लेबाजी के लिए आता था। मैंने भगवान से तब कहा था कि जो भी हो जाए, मैं भले इसके बाद मर जाऊं लेकिन भारत वर्ल्ड कप विजेता बनना चाहिए।'युवराज सिंह ने उस मैच में 123 गेंद पर 113 रनों की पारी खेली थी, जिसमें 10 चौके और दो छक्के भी शामिल थे। भारत ने 268 रन बनाए थे और उन्होंने इस मैच में गेंद से भी कमाल किया था। युवी ने चार ओवर में 18 रन देकर दो विकेट लिए थे, जिसमें खतरनाक आंद्रे रसेल के साथ डेवन थॉमस भी शामिल थे। युवी को उस मैच में मैन ऑफ द मैच भी चुना गया था।









 







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