जनता कर्फ्यू में बंद हो सकते हैं कृष्ण जन्मस्थान और द्वारिकाधीश मंदिर


प्रधानमंत्री द्वारा गुरुवार को जनता कर्फ्यू की अपील करने पर इस दिन श्री कृष्ण जन्मस्थान और द्वारिकाधीश मंदिर भी बंद रह सकते हैं। हालांकि इन मंदिरों की ओर से इस बारे में कोई एलान नहीं किया गया है, लेकिन शुक्रवार को इस बारे में निर्णय हो जाएगा।


कोरोना के कारण मंदिरों में श्रद्धालुओं की संख्या बहुत कम हो गई है। वृंदावन में इस्कॉन मंदिर बुधवार से बंद किया जा चुका है। गोवर्धन में मुकुट मुखारविंद मंदिर एक दिन बंद किया गया, लेकिन बाद में खोल दिया गया। गुरुवार को गोकुल के मंदिर भी बंद कर दिये गए। ब्रज के लगभग सभी मंदिरों में श्रद्धालुओं की संख्या कम हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोरोना को लेकर गुरुवार शाम टेलीवीज पर जनता को दिये संदेश में मुख्य रूप से 22 मार्च को जनता कर्फ्यू की बात की गई। प्रधानमंत्री ने देश के लोगों से अपील की है कि 22 मार्च को सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक जनता कर्फ्यू रखें। अर्थात इस दिन इस अवधि में घर से न निकलें। 


श्री कृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने हिन्दुस्तान को बताया कि कोरोना से बचाव ही एकमात्र उपाय है। उन्होंने बताया कि जनता कर्फ्यू मानवता के हित में है। सभी लोग प्रधानमंत्री के इस निर्णय के साथ हैं। कपिल शर्मा ने बताया कि 22 मार्च को श्री कृष्ण जन्मस्थान के मंदिर बंद रखे जाएं या नहीं, इस बारे में शुक्रवार को ट्रस्ट के सदस्यों की बैठक होगी। सभी सदस्यों से विमर्श कर इस बारे में निर्णय लिया जाएगा। द्वारिकाधीश मंदिर के मीडिया प्रभारी राकेश तिवारी एडवोकेट ने बताया कि कोरोना से बचाव के उपाय मंदिर में किये गए हैं। जनता कर्फ्यू में मंदिर बंद करने का निर्णय ब्रजेश कुमार महाराज और डॉ. बागीश कुमार लेंगे। इस बारे में शुक्रवार शाम तक निर्णय ले लिया जाएगा। 


भारत में कोरोना-


भारत में कोरोना वायरस (covid-19) के पॉजिव केसों की संख्या अब 173 पहुंच चुकी है। वहीं अब तक इस महामारी से देश में 4 लोगों की मौत हो चुकी है। एहतियात बर्तते हुए हजारों लोेगों को अभी भी निगरानी में रखा गया है। वहीं दुनियाभर में कोरोना के मरीजों की संख्या 2 लाख 35 हजार से ज्यादा पहुंच चुकी है।


 


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