पानीपत, जेएनएन। कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए हरियाणा सरकार ने इसे महामारी रोग घोषित कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग भी पूरी तरह से मुस्तैद है, सभी को जागरूक किया जा रहा है। ऐसे में पानीपत सिविल अस्पताल के कर्मचारियों का शर्मनाक रवैया सामने आया। मां को गोद में लेकर दो बेटे पहुंचे और उन्हें स्टाफ के इस रवैये का सामना करना पड़ा।
सिविल अस्पताल स्थित कोरोना वायरस की स्पेशल ओपीडी में एक बुजुर्ग महिला जांच के लिए पहुंची। हैरत यह कि महिला के ब्लड का सैंपल लेने में अस्पताल कर्मचारियों को करीब डेढ़ घंटे लग गए। उसे भर्ती भी नहीं किया गया। मरीज के दोनों पुत्र बार-बार अस्पताल स्टाफ पर अनदेखी का आरोप लगाते रहे।
जांच के लिए बनी है अलग से ओपीडी
कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों की जांच के लिए अलग से ओपीडी बनी हुई है। शुक्रवार को दो युवक अपनी मां को गोद में लिए ओपीडी में दाखिल हुए। मौजूद स्टाफ ने पूछा कि क्या हुआ। बड़ा बेटा बोला कि कोरोना वायरस जैसे लक्षण हैं। चार-पांच दिन से खांसी-बुखार है। बदन दर्द के कारण खड़ा भी नहीं हो पा रही हैं।
मरीज को सेनेटाइज कर मास्क पहनाया गया। नाक-कान-गला विशेषज्ञ डॉ. भूपेश चौधरी ने भी उनकी जांच की। दोपहर एक बजे के बाद कंपलीट ब्लड काउंट (सीबीसी) और विडाल टेस्ट के लिए रक्त का नमूना लिया गया, एक्स-रे भी हुआ। स्वजन महिला को भर्ती कराने के पक्ष में थे, डॉक्टरों ने कल आने की बात कहकर, उसे घर भेज दिया। ब्लड की जांच रिपोर्ट भी शनिवार को ही मिल सकेगी। बता दें कि 13 मार्च को भी मॉडल टाउन निवासी महिला ओपीडी में जांच कराने पहुंची थी। हालांकि, अस्पताल प्रशासन दोनों महिलाओं को कोरोना का संदिग्ध मरीज नहीं मान रहा है।
डॉक्टरों को दी गई ट्रेेनिंग
सिविल अस्पताल की प्रशासनिक बिल्डिंग में स्थित हॉल में सिविल अस्पताल, सीएचसी-पीएचसी के डॉक्टरों, फार्मासिस्ट्स और लैब तकनिशियनों को कोरोना वायरस के संबंध में ट्रेङ्क्षनग दी गई। सिविल सर्जन डॉ. संतलाल वर्मा ने वायरस के लक्षणों, बचाव सहित नमूना लेने का तरीका आदि बताया गया। इस मौके पर डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. शशि गर्ग, डॉ. नवीन सुनेजा, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आलोक जैन, डॉ. कर्मवीर चोपड़ा, डॉ. श्यामलाल, डॉ. अमित पोडिय़ा आदि मौजूद रहे।
संदिग्ध मरीज मिले तो कॉल करें
कोरोना वायरस के मरीज की डिटेल देने,बीमारी संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए टोल फ्री नंबर 0180-2640255, लैंडलाइन फोन से 108 और मोबाइल फोन से 0180-108 डायल कर सकते हैं। इन नंबरों पर बात नहीं होने पर मोबाइल नंबर 7027858102 व 7404592936 पर कॉल करें।
बचाव के उपाय
-पर्सनल हाइजीन पर ध्यान दें।
-साबुन से हाथों को लगातार धोते रहें।
-छींक-खांसी आने पर मुंह को जरूर ढकें।
-साबुन-अल्कोहल आधारित हैंड वॉश इस्तेमाल करें।
-टिश्यू का इस्तेमाल करने के बाद डिब्बे में बंद कर फेंके
-अस्वस्थ महसूस होने पर डॉक्टर से परामर्श लें।
-भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें।
-संदिग्ध रोगी से एक-दो मीटर की दूरी बनाते हुए बात करें।
यह नहीं करें
-खांसी-बुखार नहीं है तो डॉक्टर के पास न जाएं।
-सार्वजनिक स्थानों पर न थूकें।
-कच्चे और अधपके मांस का सेवन न करें
-जानवरों के वध स्थलों पर जाने से बचें।
-संदिग्ध मरीज से हाथ नहीं मिलाएं।
-संदिग्ध मरीज का झूठा न खाएं।
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