लखनऊ. मॉनसूनी सीजन (Monsoon) में अब लोगों के मन में ये सवाल खड़े होने लगे हैं कि मॉनसून आया भी है या नहीं. बारिश की थमी रफ्तार से ऐसे हालात पैदा हुए हैं. जुलाई के पहले हफ्ते में बहुत कम बारिश प्रदेश में दर्ज की गई है. उम्मीद जताई जा रही है कि 10 जुलाई से इसकी थमी रफ्तार में थोड़ी तेजी देखने को मिल सकती है. फिलहाल मौसम विभाग (Met Department) ने कुछ जिलों के लिए राहत भरी खबर दी है. अभी तक के अनुमान के मुताबिक तराई के जिलों से लेकर बुन्देलखण्ड के जिलों में आज बुधवार की दोपहर तक बारिश का अनुमान लगाया गया है.
तराई के जिन जिलों में बारिश की संभावना जताई गई है, वे जिले हैं - बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महराजगंज, कुशीनगर और गोरखपुर. वहीं दूसरी ओर बुन्देलखण्ड के जिन जिलों में बारिश का अनुमान है वे जिले हैं - बांदा, ललितपुर, महोबा, चित्रकूट और झांसी.
अगले 48 घंटों में अच्छी बारिश के आसार
वैसे तो आज बुधवार की सुबह से ही बिहार से सटे जिलों से लेकर लखनऊ तक के जिलों में बादलों की आवाजाही बढ़ी है. तराई के जिलों में तो घनघोर बादल छाए हुए हैं. हालांकि तबीयत से बरसात नहीं हो पा रही है. मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि 10 जुलाई से हालात बदल सकते हैं. अगले 48 घण्टों बाद प्रदेश के कई इलाकों में ठीक-ठाक पानी बरसना चाहिए. इसका असर न सिर्फ पूर्वी यूपी, बल्कि पश्चिमी यूपी के जिलों में भी देखने को मिल सकता है. पिछले 24 घण्टों में सूबे के सिर्फ एक जिले में बारिश दर्ज की गयी. उरई में 20 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गयी. इसके अलावा बाकी के सभी जिले गर्मी और उमस में ही सने रहे.
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