MP के दूधिया झरनाें की झलक:पचमढ़ी, छतरपुर का जटाशंकर फॉल और इंदौर का तिंछा फॉल समेत कई झरने उफान पर; भेड़ाघाट का वाटर फॉल नर्मदा में समाने लगा

चार-पांच दिनों से मध्यप्रदेश में बारिश का दौर जारी है। इसी के चलते पर्यटन स्थल भी गुलजार हो गए हैं। जंगलों में झरने भी फूट पड़े हैं। इन झरनों से पानी ऐसे बह रहा है, जैसे दूध की धारा बह रही हो। इन झरनों की खूबसूरती को निहारने के लिए पर्यटक उमड़ रहे हैं। इंदौर के तिंछा फॉल हो या छतरपुर का जटाशंकर फॉल, पन्ना का फॉल हो या पचमढ़ी का वॉटर फॉल सभी जगह पर्यटक इन झरनों की सुंदरता देखने जा रहे हैं। इधर, जलस्तर बढ़ने की वजह से जबलपुर का भेड़ाघाट वाटर फॉल नर्मदा नदी में समाने लगा है। बारिश होने से यहां का नजारा और ज्यादा सुंदर हो गया है। चारों ओर हरियाली के बीच ऊंचे झरनों से पानी अविरल तेज प्रवाह के साथ बह रहा है। हालांकि दुर्घटना के मद्देनजर ऐसी जगहों पर प्रशासन ने पर्यटकों के जाने पर रोक लगा दी है। आपको प्रदेश के ऐसे ही कुछ झरनों की खूबसूरती दिखाते हैं…. हैदरगढ़, विदिशा- तिंछा फॉल, इंदौर केदारेश्वर, रतलाम पचमढ़ी किलकिला फॉल, पन्ना श्रीजटाशंकर, छतरपुर नर्मदा में गुम होने लगा भेड़ाघाट का वाटर फॉल बारिश की वजह से नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। नर्मदा के बीच धार में ही भेड़ाघाट फॉल है। पानी बढ़ने के साथ ही फॉल विलुप्त होने लगा है। प्रशासन ने वाटर फॉल के आसपास की लोहे की जालियां हटा ली हैं। वाटर फॉल के आसपास जाने पर रोक ला दी है।

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