मानसून का बहीखाता:सावन बीता... 19 जिलों में 18% तक तो 12 में 42% तक कम बारिश हुई

रविवार को सावन का महीना खत्म हाे गया। प्रदेश में इन 30 दिनों में ग्वालियर-चंबल इलाके में बाढ़ के हालात बने तो 31 जिले एेसे भी रहे, जहां 15 दिन भी तेज बारिश नहीं हुई। प्रदेश में अब तक 27.28 इंच बारिश हुई है। यह सामान्य बारिश से सिर्फ 1% ही ज्यादा है। मालवा, निमाड़, बुंदेलखंड, महाकौशल के 12 जिलाें में सामान्य से 21% से 42% तक कम बारिश रिकाॅर्ड हुई है। इनमें बालाघाट, छतरपुर, दमोह, जबलपुर, कटनी, पन्ना, सिवनी, बड़वानी, धार, इंदौर, हरदा और खरगोन जिले शामिल हैं। वहीं, भाेपाल सहित 19 जिले एेसे हैं, जहां 4% से 18% तक कम बारिश ताे हुई, लेकिन ये जिले सामान्य से कम बारिश की श्रेणी के दायरे से बाहर हैं। दरअसल, माैसम वैज्ञानिकाें के मुताबिक सामान्य से 19 फीसदी ज्यादा या कम काे सामान्य बारिश ही माना जाता है। भोपाल में सावन और उससे पहले एक भी दिन भारी बारिश नहीं हुई। सिर्फ ग्वालियर-चंबल ही सबसे ज्यादा भीगा प्रदेश में सिर्फ ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में ही सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। श्योपुर में 123% और गुना में 114% ज्यादा बारिश हुई। वहां सीजन का कोटा आधा सावन बीतने से पहले ही पूरा हो गया था। बड़ी वजह... मौसम विशेषज्ञ एके शुक्ला के मुताबिक सीजन में चार लो प्रेशर एरिया बने। लेकिन चारों का प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में असर नहीं हुआ। ग्वालियर-चंबल में लो प्रेशर एरिया का मूवमेंट धीमा था, इसलिए वहां तीन-चार दिन सामान्य से ज्यादा बारिश हुई। अब आगे क्या : तीन-चार दिन हल्की बारिश मौसम केंद्र द्वारा जारी किए गए पूर्वानुमान के मुताबिक अगले तीन-चार दिन प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में हल्की बारिश होने की संभावना है।

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