जुए के खेल में पुलिस की ‘भागीदारी’:शटर गिराकर वर्दी पहने 4 पुलिस वाले भी खेल रहे थे जुआ; पहले छोड़ा, बाद में बनाया आरोपी

करोंद मंडी के पास शनिवार देर रात करीब सवा बजे एक दुकान के अंदर आधा शटर गिराकर जुआ खेल रहे एक एएसआई, तीन हवलदारों को क्राइम ब्रांच की टीम ने दबोच लिया। चारों पुलिसकर्मी वर्दी पहनकर आठ अन्य जुआरियों के साथ जुआ खेल रहे थे। देर रात हुई दबिश में पुलिसकर्मियों को जुआ खेलते देख क्राइम ब्रांच की टीम भी हैरान रह गई। एक सटीक सूचना के बाद शनिवार देर रात करीब सवा बजे क्राइम ब्रांच ने जुए की फड़ पर दबिश दी थी। ये जुआ करोंद मंडी के पास टीन शेड के नीचे खिलाया जा रहा था। टीम जब यहां पहुंची तो एक दुकान का आधा शटर खुला मिला और अंदर लाइट जलाकर कुछ लोग जमीन पर बैठे थे। टीम अंदर दाखिल हुई तो यहां वर्दी पहनकर चार पुलिसकर्मी आठ अन्य जुआरियों के साथ जुआ खेलते मिले। हैरानी की बात ये है कि पुलिसवालों को छोड़ दिया गया और 8 अन्य आरोपियों को पकड़ लिया गया। पुलिस ने आरोपियों के पास से 26,650 रुपए और ताशपत्ते जब्त किए हैं। आरोपियों में सुलेमान खान, राम सिंह, मनीष सिंह, मोहम्मद नाजिम, भगवान सिंह, दयाशंकर, रामनारायण सिंह और नावेद खान शामिल हैं। एएसपी गोपाल धाकड़ ने बताया कि जुए की ये फड़ राजेश शर्मा करीब आठ दिन से लगा रहा था, जिसकी पुलिस को तलाश है। अफसरों की फटकार के बाद जुड़े नाम जुआ खेल रहे पुलिसवालों का पता रविवार सुबह जब अफसरों को चला तो टीम को जमकर फटकार लगाई। इसके बाद जुआरियों में चारों पुलिसकर्मियों के नाम भी जोड़कर आरोपी बनाया गया। पुलिस ने फिलहाल इन्हें फरार माना है। इनमें गौतम नगर थाने के एएसआई रामराज सिंह, टीला जमालपुरा के हवलदार हीरेंद्र सिंह, चूना भट्टी के हवलदार गणेश बकोरिया और एएसपी जोन-4 दफ्तर में पदस्थ हवलदार बादाम सिंह शामिल हैं। डीआईजी इरशाद वली ने चारों को निलंबित कर उनकी विभागीय जांच के आदेश किए हैं। साथ ही आठ दिन से इस जुए की फड़ की सूचना न मिल पाने के कारण थाना प्रभारी छोला मंदिर को निंदा और बीट प्रभारी को अर्थदंड की सजा दी है। हड़कंप... क्राइम ब्रांच की टीम सीधे दे रही दबिश जुआरियों के साथ पुलिसकर्मियों और थाने की शह पर जुआ खिलाए जाने की सूचनाओं के बाद अफसरों ने क्राइम ब्रांच को दबिश के निर्देश दिए हैं। अलग-अलग थाना क्षेत्रों में जाकर क्राइम ब्रांच की दबिश से थाना स्टाफ में भी हड़कंप मचा है। इस साल जनवरी से 31 जुलाई के बीच क्राइम ब्रांच ने जुए की आठ फड़ पर दबिश देकर 101 जुआरियों को गिरफ्तार किया है। खास बात ये है कि जुए की सूचना मिलने पर क्राइम ब्रांच की टीम सीधे अफसरों को सूचित करती है और बगैर थाना स्टाफ की मदद लिए दबिश दे देती है। पूछताछ में यदि किसी थाना स्टाफ की मिलीभगत उजागर हुई तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। ‘भागीदारी’ का कारोबार...22 दिन में... ऐशबाग के 12 और बजरिया समेत अन्य थानों के 8 पुलिसकर्मियों पर हुई कार्रवाई जुआरियों और सटोरियों से मिलीभगत के मामले में ऐशबाग थाना अभी चर्चा में है। पिछले 22 दिन में ऐशबाग थाने के थाना प्रभारी अजय नायर और बीट प्रभारी एसआई नीलेश पटेल समेत 12 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इस मामले में कार्यवाहक थाना प्रभारी नीलेश अवस्थी की भूमिका संदेह के घेरे में है। क्राइम ब्रांच ने 7 जुलाई को इंद्रा काॅलोनी, बाग उमराव दूल्हा में हिस्ट्री शीटर जुबेर मौलाना के घर दबिश देकर जुए की फड़ पकड़ी थी। यहां से क्राइम ब्रांच ने 40 जुआरी गिरफ्तार किए थे। इसके अलावा बजरिया एवं अन्य थानों के आठ पुलिसकर्मियों को भी लाइन अटैच किया गया। बाग फरहत अफजा निवासी 26 वर्षीय सटोरिए शाहरुख हसन ने डीआईजी इरशाद वली से शिकायत की कि ऐशबाग थाने के कार्यवाहक थाना प्रभारी नीलेश अवस्थी व स्टाफ की मिलीभगत से क्षेत्र में सट्टा संचालित किया जा रहा है। मुझसे एक लाख दस हजार रुपए लेने के बाद भी रकम मांगी जा रही थी। रकम न मिलने पर मुझे आर्म्स एक्ट के मामले में फंसा दिया। डीआईजी ने दो दिन पहले एएसआई जयप्रकाश पांडे, सिपाही अतुल रैकवार, अरविंद वर्मा, चंदू रघुवंशी, कुलदीप, राकेश ठाकुर और गजराज को सटोरियों से सांठगांठ के आरोप में सस्पेंड किया है। एसपी साउथ साईं कृष्णा थोटा ने बताया कि अवस्थी जांच के दायरे में हैं, उन्हें नोटिस दिया गया है। 198 आरोपियों को इस साल जनवरी से जुलाई तक क्राइम ब्रांच ने जुआ-सट्‌टा खेलते पकड़ा। 65 मामले दर्ज हुए हैं इन सात महीनों में, सबसे ज्यादा जब्ती ऑनलाइन सट्‌टे में हुई

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