बिजली गुल होते ही कटर बंद, बची बेटी:भोपाल के इंजीनियर की पत्नी बोली- बच्चों को नींद की गोली दी थीं, बेटी का गला काटते वक्त लाइट गई और वे भी बेसुध होकर गिर पड़े, उल्टी होने से मुझे जहर का असर कम

भोपाल के मिसरोद में शनिवार को पैसों की तंगी की वजह से बच्चों का इलेक्ट्रॉनिक कटर से गला काटने वाले सिविल इंजीनियर रवि ठाकरे और उनके बेटे चिराग के शव का रविवार को AIIMS में पीएम हुआ। पुलिस ने बैतूल से आए रवि के बड़े भाई विजय ठाकरे को दोनों के शव सौंपे। इधर, रवि की पत्नी रंजना ने पुलिस को बताया कि बच्चों का गला रेतने से पहले उन्हें नींद की गोली दी गई थी। गोली खाने से बच्चे गहरी नींद में सो गए इसलिए उन्हें पता ही नहीं चला। उसने पुलिस को बताया कि बेटी गुंजन ठाकरे का गला काटने के दौरान घर की बिजली गुल हो गई, जिससे कटर बंद हो गया। बच्ची दर्द से तड़पते-तड़पते बेसुध हो गई। इसी बीच पति भी बेसुध हो गए। वह बच्ची को संभालती तभी बेसुध हो गई। बाद में उसे उल्टियां हुईं, जिससे जहर का असर कम हो गया, इसलिए वह बच गई। घटना के तीन घंटे बाद सुबह सात बजे होश आने पर पड़ोस में रहने वाले अजय अरोरा से मदद मांगी। उन्होंने तुरंत ही पुलिस को घटना की जानकारी दी। बता दें, शनिवार को मिसरोद इलाके में सिविल इंजीनियर रवि ठाकरे व पत्नी रंजनी ने जहर पी लिया था। इससे पहले उन्होंने अपने चिराग ठाकरे और बेटे गुंजन ठाकरे का सोते वक्त कटर से गला काट दिया था। रवि ठाकरे और बेटे चिराग की मौत हो गई थी, जबकि मां-बेटी अस्पताल में भर्ती हैं। परिवार से बना रखी थी दूरी घटना की जानकारी लगने के बाद बैतूल से भोपाल पहुंचे रवि के रिश्तेदारों ने बताया कि रवि मूलत: सारणी, बैतूल के रहने वाले थे। वह तीन भाइयों में दूसरे नंबर के थे। उनके पिता एयरफोर्स में थे। रवि के भाई विजय ने बताया कि तीनों भाई अलग-अलग शहर में रहते हैं। रवि से उनका कोई विवाद नहीं था, लेकिन दूसरे शहर में रहने की वजह से मिलना-जुलना नहीं हो पाता था। रवि परिवार, रिश्तेदारों से काफी दूर बना रखी थी। वह कभी फोन भी नहीं करते थे। विजय ने बताया कि रवि के इस कदम से पूरे रिश्तेदार हैरान हैं। महीनेभर पहले रिश्तेदार को बताई थी समस्या महीनेभर पहले रवि महाराष्ट्र अपने भाई की बेटी की शादी में गए थे। यहां उन्होंने अपनी आर्थिक समस्या रिश्तेदारों को बताई थी। रिश्तेदारों ने उन्हें समझाया भी था कि शांति बनाए रखो। आगे सब ठीक हो जाएगा। लेकिन महीनेभर बाद रवि ने यह आत्मघाती कदम उठा लिया।

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