भोपाल में अच्छी और अनूठी पहल:सुभाष नगर विश्राम घाट विधि विधान से करीब 395 अस्थियों का एक साथ विसर्जन करेगा; 26 सितंबर को सजे-धजे ट्रक से नर्मदा धाट ले जाया जाएगा
भोपाल में सुभाष नगर विश्रामघाट एक अच्छी और अनूठी पहल करने जा रहा है। संस्कार सेवा समिति द्वारा कोरोना के दौरान जाने-अनजाने और परिस्थितिबस छूट गई अस्थियों का विजर्सन किया जाएगा। समिति द्वारा 26 सितंबर का दिन तय किया है। इसमें करीब 395 अस्थियों को एक कलश में एकत्रित किया जाएगा।
इसके बाद इसे सजे-धजे ट्रक में इस कलश को रखकर होशंगाबाद नर्मदा नदी में विजर्सन के लिए ले जाया जाएगा। यहां पूरे विधि-विधान से सभी अस्थियों का विसर्जन किया जाएगा। इसके साथ ही 20 सितंबर से शुरू हो रहे श्राद्ध में विश्रामघाट समिति द्वारा दौरान पिंड दान, तर्पण व भागवत कथा के आयोजन भी किए जाएंगे।
विश्राम घाट कमेटी प्रबंधक सोभराज सुखवानी ने बताया कि गुरुवार को संस्कार सेवा समिति संबंध श्री विश्राम घाट कमेटी ट्रस्ट भोपाल की एक बैठक हुई। सुभाषनगर विश्राम घाट भागवत पंडाल में आयोजित की गई। इसमें गत 6 वर्षो से पिंड दान, तर्पण व भागवत कथा आयोजन के को इस वर्ष भी करने का निर्माण लिया गया। पूर्व वर्ष कोरोना के समय दिवंगत स्वजनों की अस्थियों को विधी विधान से विश्राम बड़े स्तर पर करने का निर्माण लिया गया है। 26 सितंबर को मां नर्मदा जी की गोद में अस्थियों को समर्पित किया जाएगा।
श्राद्ध में पूरा इंतजाम समिति करेंगी
प्रबंधक सोभराज ने बताया कि पिंड दान और तर्पण का पूरा इंतजाम समिति द्वारा किया जाएगा। इसमें संबंध व्यक्ति को अपने तय दिन से एक दिन पहले सुभाष नगर विश्राम घाट में आकर नाम लिखवाना होगा। अगले दिन तय समय पर उन्हें वहां पर संस्कार से संबंधित सभी सामग्री उपलब्ध कराया जाएगा। इसमें सामग्री से लेकर पारंपरिक परिधान भी समिति द्वारा निशुल्क दिए जाएंगे।
इस तरह जमा हुईं अस्थियां
प्रबंधक सोभराज ने बताया कि कोरोना काल के दौरान कोरोना या अन्य कारण से मरने वालों के अंतिम संस्कार के बाद उनकी अस्थियां विश्राम घाट में रखी हैं। लॉकडाउन होने और कई अज्ञात शव होने के कारण अस्थियां जाने-अनजाने और कुछ परिस्थितिबस शेष बच गई हैं। इन्हें क्लेम करने कोई नहीं आया है। ऐसे में समिति ने इन अस्थियों को विधि-विधान से एक साथ विसर्जन करने का निर्णय लिया है।
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