भोपाल में खोले जाए हॉस्टल:50% क्षमता से नहीं खुले हॉस्टल, किराए से रहना मजबूरी बना; CM के नाम कलेक्टर को ज्ञापन देने पहुंचे स्टूडेंट्स

भोपाल में करीब 60 हॉस्टल है, जो कोरोना संक्रमण की वजह से बंद है। इन्हें खोलने की मांग को लेकर मंगलवार को कई स्टूडेंट CM शिवराज सिंह चौहान के नाम कलेक्टर को ज्ञापन देने पहुंचे। उन्होंने कहा कि अब तक हॉस्टल नहीं खोले गए हैं। इस कारण उन्हें किराए के मकानों में रहना पड़ रहा है। छात्र अपने हाथों में पोस्टर थामे रहे। जिन पर 'बंद छात्रावास चालू करों' लिखा था। स्कूल फेडरेशन ऑफ इंडिया के दीपक पासवान ने बताया कि भोपाल के सारे हॉस्टल बंद है। चार बार अफसरों को आवेदन दे चुके हैं। आज भी इसी मांग को लेकर कलेक्टोरेट पहुंचे। 10वीं-12वीं के हॉस्टल अब तक नहीं खोले जा सके अफसरों को दिए गए आवेदन में बताया गया कि कोरोना का संक्रमण कम होने के बाद स्कूल-कॉलेज समेत तमाम शिक्षण संस्थाएं खुल गई हैं, लेकिन हॉस्टल अब तक नहीं खोले जा सके हैं। हाल ही में 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स के लिए हॉस्टल 50% क्षमता के साथ खोले जाने की बात कही गई है, लेकिन इस पर अमल अब तक नहीं हो पाया है। वर्तमान में कई छात्र 10 से 12 किमी दूर से भोपाल में पढ़ने आते हैं और उन्हें किराए के मकान में रहना पड़ता है। 60 से ज्यादा आवेदन आए कलेक्टोरेट में मंगलवार को एडीएम यूएस मरावी और माया अवस्थी ने जनसुनवाई की। इस दौरान 60 से अधिक आवेदन पहुंचे। इनमें जमीन, मारपीट, जमीन से जुड़े मामले भी शामिल थे। बुधवारा निवासी बुजुर्ग सैयद ताहा पाशा ने किराएदार रूबी खान द्वारा मकान खाली न करने, मैरिज गार्डन संचालक द्वारा दी गई एडवांस राशि न लौटाने, बिजली बिल अधिक आने आदि शिकायतें भी शामिल हैं।

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