भोपाल में तीसरी लहर की तैयारी की खुली पोल:हमीदिया में 80% बेड फुल; इमरजेंसी ट्रीटमेंट यूनिट में एक बेड पर दो बच्चे; JP में भी 60 में से सिर्फ 12 बेड खाली; दोनों जगह बच्चों के नए वार्ड नहीं बने

सीजनल फ्लू, डायरिया, निमोनिया से पीड़ित बच्चों ने राजधानी में कोरोना की तीसरी लहर की तैयारियों को लेकर बच्चों के नए वार्ड की तैयारी की पोल खोल दी है। सीजनल फ्लू और डेंगू के मरीज बढ़ने से हमीदिया और जयप्रकाश अस्पताल में 80% से ज्यादा बेड फुल हैं। खास है कि प्रतिदिन पीड़ित बच्चे अस्पताल आ रहे हैं। बावजूद दोनों ही अस्पतालों में अगस्त की शुरुआत में बनकर तैयार होने वाले बच्चों के नए वार्ड की तैयारी अधूरी है। हमीदिया अस्पताल में पीडियाट्रिक्ट विभाग में 200 बेड के वार्ड में करीब 160 बच्चे भर्ती हैं। मंगलवार सुबह यहां 15 नए बच्चे भर्ती हुए। यहां इमजरेंसी ट्रीटमेंट यूनिट में एक बेड पर दो-दो बच्चों को रखा जा रहा है। हमीदिया अस्पताल में 80 बेड का वार्ड तैयार किया जा रहा है। इसमें 30 बेड का आईसीयू और 50 ऑक्सीजन बेड हैं। यह वार्ड अगस्त में तैयार होना थे, लेकिन अब तक बिल्डिंग ही बन पाई है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि बिल्डिंग हैंडओवर होने के 15 से 20 दिन बाद वार्ड तैयार होगा। हमीदिया के पीडियाट्रिक विभाग की एचओडी डॉ. ज्योत्सना श्रीवास्तव का कहना है कि हमारे यहां दूरदराज से मरीज आते हैं। गंभीर स्थिति में आवश्यकता होने पर कभी कभार एक बेड पर दो को रखा जाता है। हम उनको दूसरी जगह रैफर नहीं कर सकते। वहीं, जिला जयप्रकाश अस्पताल में अभी 60 बेड हैं। इसमें 20 बेड का एसएनसीयू हैं। यहां सिर्फ 12 बेड खाली हैं। इसमें सिर्फ 1 एसएनसीयू का बेड है। अस्पताल में 20 बेड का एसएनसीयू बनना है। इसकी तैयारी भी अधूरी है। अभी वार्ड में फिनिशिंग का काम भी पूरा नहीं हुआ है। इसके बाद बेड और उपकरण की खरीदी भी प्रक्रिया बाकी है। जयप्रकाश अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. राकेश श्रीवास्तव ने कहा कि 60 बेड में से 12 बेड खाली हैं। इसमें एक एसएनसीयू का बेड है। शनिवार तक नए वार्ड की फिनिशंग का काम पूरा करने की बात कही है। इसके बाद उसमें बेड और उपकरण लगाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. लोकेन्द्र दवे ने बताया कि नए बिल्डिंग को 5 अगस्त तक तैयार कर पीआईयू ने देने को कहा था। बिल्डिंग का काम अधूरा होने के कारण अभी हैंडओवर नहीं की है। बिल्डिंग हैंडओवर होने के बाद बच्चों के नए वार्ड शुरू करने को लेकर आगे की तैयारी की जाएगी।

Comments