चिकित्सकों के शिक्षक का निधन:भोपाल के 90 साल के डॉ. एनपी मिश्रा ने रविवार सुबह घर पर ली अंतिम सांस; आज शाम 4 बजे भदभदा विश्राम घाट पर अंतिम संस्कार होगा

भोपाल के सीनियर डॉक्टर एनपी मिश्रा का शिक्षक दिवस पर निधन हो गया है। 90 वर्षीय डॉ. मिश्रा लंबे समय से अस्वस्थ थे। उन्होंने प्रोफेसर कॉलोनी स्थित अपने निवास पर अंतिम सांस ली। अंतिम संस्कार आज शाम 4 बजे भदभदा विश्राम घाट पर किया जाएगा। राज्य सूचना आयुक्त और उनके परिवार के नजदीकी राहुल सिंह ने बताया कि डॉ. मिश्रा रविवार सुबह 5.30 बजे उठकर नियमित दवा लेकर कुर्सी पर बैठे थे। सुबह करीब 7 बजे परिवार के सदस्यों ने देखा तो उनके शरीर में कोई हलचल नहीं थी। राहुल सिंह ने बताया कि उनकी उम्र ज्यादा थी। इसके बावजूद वह बहुत एक्टिव थे। वह प्रतिदिन मरीजों को देखते थे। उनके तीन बेटे हैं। एक बेटा यूएस में है। मेडिकल कॉलेज के डीन रहे हैं डॉक्टर मिश्रा डॉ. एनपी मिश्रा गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन रहे हैं। उन्होंने MBBS की पढ़ाई भी गांधी मेडिकल कॉलेज से की थी। फिर कॉलेज के मेडिसिन विभाग के HOD बने। यूनाइटेड डॉक्टर फेडरेशन के महासचिव डॉ. ललित श्रीवास्तव ने कहा कि आज शिक्षक दिवस पर चिकित्सकीय जगत के भीष्म पितामह और चिकित्सकों के संरक्षक का जाना हम सभी के लिए बड़ी क्षति है। वह अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त फिजिशयन थे। सभी चिकित्सकों ने उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दी है। कार्डियोलॉजी पर लिखी है किताब डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि डॉ. मिश्रा ने कार्डियोलॉजी पर एक किताब लिखी थी, जो डीएम कार्डियोलॉजी के छात्र पढ़ते हैं। इस किताब का नाम प्रोग्रेस एंड कार्डियोलॉजी है। इसका विमोचन तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. शंकर दयाल शर्मा और ब्रिटेन के युवराज के हाथों किया गया था। डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि डॉ. मिश्रा ने लाखों मरीजों का नि:शुल्क इलाज किया और हजारों की संख्या में अच्छे डॉक्टर तैयार किए। उनका जीवन बहुत निष्पक्ष और स्पष्टवादी रहा है। वह हमेशा डॉक्टरों और छात्रों की प्रति संवेदनशील रहते थे।

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