अनिल कुंबले लेंगे रवि शास्त्री की जगह! जानें कैसा रहा था कोच के रूप में पहला कार्यकाल

नई दिल्ली. कप्तान विराट कोहली के साथ मतभेदों के कारण 4 साल पहले अपना पद छोड़ने वाले अनिल कुंबले भारतीय क्रिकेट टीम का मुख्य कोच बन सकते हैं. वर्तमान कोच रवि शास्त्री का कार्यकाल टी20 विश्व कप के बाद समाप्त हो जाएगा. ऐसे में सौरव गांगुली की अगुवाई वाला भारतीय क्रिकेट बोर्ड कुंबले को मुख्य कोच पद के लिये आवेदन करने को कह सकता है. कुंबले 2016-17 में भारतीय टीम के कोच थे. सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और गांगुली की अगुवाई वाली क्रिकेट सलाहकार समिति ने उन्हें शास्त्री के स्थान पर कोच नियुक्त किया था. लेकिन चैंपियन्स ट्रॉफी फाइनल में पाकिस्तान से हार के बाद उनके कोहली के साथ मतभेद खुलकर सामने आ गये थे. इसके बाद कुंबले ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था. बीसीसीआई कुंबले के अलावा लक्ष्मण से भी संपर्क कर सकता है जो पिछले कुछ वर्षों से इंडियन प्रीमियर लीग की टीम सनराइजर्स हैदराबाद से जुड़े हुए हैं. इसके बावजूद कुंबले कोच पद के प्रबल दावेदार रहेंगे. बीसीसीआई की पहली पसंद भारतीय कोच हैं और कुंबले को 100 से अधिक टेस्ट मैच खेलने के अलावा कोचिंग का भी अनुभव है. कुंबले आईपीएल में पंजाब किंग्स के साथ जुड़े हुए हैं. कुंबले ने भारत को लगातार पांच टेस्ट सीरीज में विजय बनाया कुंबले 23 जून 2016 को भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच बने थे. कोच बनते ही अनिल कुंबले की कमान में टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया. वेस्टइंडीज के खिलाफ पहला टेस्ट भारत ने पारी 92 रनों से जीता. दूसरा टेस्ट ड्रॉ रहा जबकि भारत ने तीसरा मुकाबला 237 रन से जीतकर सीरीज 2-0 से अपने नाम की. उसके बाद घरेलू टेस्ट सीरीज में न्यूजीलैंड से 3-0 से जीते. वहीं वनडे सीरीज में भी टीम इंडिया के कीवियों को 3-2 से मात दी. भारत दौरे पर आई इंग्लैंड को टीम इंडिया ने 4-0 से करारी शिकस्त दी. भारतीय टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज 2-1 से जीती. इसके बाद बांग्लादेश को भी एकमात्र टेस्ट में हराया. अब बारी थी ऑस्ट्रेलिया को पस्त करने की थी और उसमें भी कुंबले सफल साबित हुए. टीम इंडिया ने कंगारूओं को 2-1 से परास्त किया. कुंबले की कोचिंग में टीम इंडिया ने एक साल में पांच टेस्ट सीरीज में जीत हासिल की. भारत को 17 टेस्ट मैचों में से 12 में जीत मिली जबकि सिर्फ एक टेस्ट में हार मिली थी. कुंबले के इसी रिकॉर्ड को देखते हुए बीसीसीआई उन पर दोबारा दांव लगानी चाहती है. बीसीसीआई सूत्रों ने कहा, ‘‘अनिल कुंबले ने जिन परिस्थितियों में पद छोड़ा था उसमें सुधार करने की जरूरत है. जिस तरह से सीओए (प्रशासकों की समिति) कोहली के दबाव में आ गयी थी और कुंबले को हटा दिया गया था वह सही नहीं था. हालांकि यह इस पर भी निर्भर करेगा कि कुंबले इस पद के लिये आवेदन करने के इच्छुक हैं या नहीं.”

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