MP के 25 जिलों में बारिश:भोपाल-इंदौर में रुक-रुककर बारिश, उज्जैन में शिप्रा उफान पर आने से मंदिर डूबे; मंडला में 4 इंच से ज्यादा पानी गिरा

MP में 3 दिन से एक्टिव मानसून से कई जिलों में बरसात हो रही है। भोपाल और इंदौर में बुधवार रात से ही रुक-रुककर तेज और कभी रिमझिम बारिश जारी है। भोपाल, रतलाम और जबलपुर में दो-दो इंच बारिश दर्ज की गई है। उज्जैन में शिप्रा नदी फिर उफान पर आ गई है। रामघाट के मंदिर डूब गए हैं, जबकि छोटे पुल पर पानी ओवरफ्लो हो रहा है। डिंडौरी जिले के बिलगढ़ा डैम के गेट खोलने पड़े। मंडला में सबसे अधिक सवा 4 इंच बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में मध्यप्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश होने के आसार जताए हैं। मानसून एक बार फिर पूरे प्रदेश में छा गया है। इससे ग्वालियर-चंबल से लेकर मालवा-निमाड़ तक सब जगह पानी गिरा है। डैम-तालाबों का वाटर लेवल भी बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने अगले 2-3 दिन तक प्रदेशभर में तेज बारिश होने की बात कही है। 17 सितंबर से एक और सिस्टम बन रहा है। इसके एक्टिव होते ही बारिश का दौर एक सप्ताह तक जारी रहने का अनुमान है। यह सिस्टम प्रदेशभर में एक्टिव रहेगा। यह इस महीने का तीसरा सिस्टम होगा। भोपाल में गरज-चमक के साथ बारिश भोपाल में बुधवार शाम से ही तेज बारिश का सिलसिला शुरू हो गया था। देर रात तक गरज-चमक के साथ बारिश होती रही। गुरुवार सुबह 6 बजे से ही रिमझिम और तेज बारिश शुरू हुई, जो करीब 3 घंटे तक लगातार चलती रही। इसके बाद भी बारिश का दौर जारी रहा। गुना में रातभर से रिमझिम बारिश का दौर जारी है। गुरुवार सुबह से रुक-रुककर बारिश हो रही है। उज्जैन में फिर शिप्रा उफान पर बीते 15 घंटों से हो रही बारिश के कारण उज्जैन में शिप्रा नदी पर बने रामघाट के मंदिर डूब गए। यहां पुलिस ने पहरा लगा दिया है। रामघाट पर श्रद्धालुओं के आने को प्रतिबंधित कर दिया गया है। वहीं, छोटे पुल पर पानी आ जाने से इस रास्ते से बड़नगर की ओर जाने वाले ट्रैफिक रोक दिया गया है। होशंगाबाद में तवा डैम के गेट रात में बंद होशंगाबाद में पिछले दो दिन से बारिश हो रही है। शहर के साथ ग्रामीण अंचल भी भीग गए हैं। पचमढ़ी, पिपरिया, सोहागपुर, इटारसी, सिवनी मालवा, बनखेड़ी, बाबई में भी बारिश हो रही है। होशंगाबाद में डेढ़ इंच बारिश दर्ज की गई। तवा डैम के गेट देर रात बंद कर दिए गए। जबलपुर में रात से ही रिमझिम बारिश हो रही है। सुबह 8 बजे तक करीब 1 इंच बारिश दर्ज की गई। इधर, सीहोर, गुना, होशंगाबाद, शाजापुर जिले भी पानी गिरा है। शाजापुर में पिछले 24 घंटे में 20 मिमी बारिश दर्ज की गई। यहां के चीलर डैम में 21.3 फीट पानी जमा हो चुका है। फुल टैंक लेवल आने में सिर्फ डेढ़ फीट पानी की जरूरत है। डिंडौरी में लगातार तेज बारिश हो रही है। इसके चलते जिले के बड़े डैम बिलगढ़ा का एक गेट खोल दिया गया है। आज शाम तक खुल सकते हैँ बरगी डैम के के गेट रानी अवंती बाई लोधी सागर परियोजना बरगी बांध के लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए गुरुवार शाम बांध के गेट खोले जा सकते हैं। नर्मदा नदी के तटीय इलाकों के लोगों को घाटों से दूर रहने और डूब क्षेत्र में प्रवेश न करने के लिए अलर्ट जारी किया है। परियोजना के कार्यपालन यंत्री अजय सूरे के मुताबिक सुबह 9 बजे बरगी का जलस्तर 421.80 मीटर रिकॉर्ड किया गया। कैचमेंट एरिया मे 51.62 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई है। शाम तक बांध के गेटों से एक हजार से डेढ़ हजार घन मीटर प्रति सेकेंड की दर से पानी छोड़े जाने की स्थिति निर्मित हो सकती है। तटीय इलाकों मे एक मीटर से डेढ़ मीटर तक जल स्तर बढ़ सकता है। भोपाल समेत 5 जिलों में 2 से 4 इंच से ज्यादा बारिश मध्यप्रदेश के 25 जिलों में 24 घंटे के भीतर तेज बारिश दर्ज की गई। सबसे अधिक मंडला में बारिश हुई। यहां 24 घंटे में 110 मिमी यानी सवा 4 इंच बारिश दर्ज की गई है। इसी प्रकार भोपाल, रतलाम, सीधी, उमरिया और जबलपुर में आंकड़ा 2 इंच के पार रहा। होशंगाबाद, नरसिंहपुर, खंडवा और सतना में डेढ़ से 1 इंच तक बारिश दर्ज की गई। रायसेन, उज्जैन, इंदौर, शाजापुर, रीवा में एक इंच से कम बारिश हुई। टीकमगढ़, दमोह, सागर, गुना, श्योपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, ग्वालियर, खरगोन, बैतूल में भी बारिश दर्ज की गई।

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