सेकेंड डोज लगाने में पीछे भोपाल:फर्स्ट डोज 100% पार, लेकिन सेकेंड डोज में पिछड़े; सितंबर में 3 लाख 78 हजार लोग वैक्सीन लगवाने नहीं पहुंचे

भोपाल में कोरोना वैक्सीन की फर्स्ट डोज का आंकड़ा 100% पार है, लेकिन सेकेंड डोज लगाने में लोग पीछे है। सितंबर में 3 लाख 78 हजार लोग सेकेंड डोज लगवाने नहीं पहुंचे। ऐसे में अफसर इन्हें तलाशने के लिए घर-घर पहुंच रहे हैं। ये ऐसे लोग हैं, जिन्हें निर्धारित अवधि में सेकेंड डोज लगवाना थी। जैसे कोविशील्ड की 84 दिन एवं को-वैक्सीन की सेकेंड डोज 28 दिन बाद लगवाना जरूरी है, लेकिन सेकेंड डोज लगवाने में लापरवाही बरत रहे हैं। कलेक्टर अविनाश लवानिया ने सेकेंड डोज लगवाने से छूटे लोगों को ढूंढने और वैक्सीन लगाने के लिए अफसरों की ड्यूटी लगाई है। एडीएम संदीप केरकेट्‌टा ने बताया कि सेकेंड डोज के लिए लोगों को प्रेरित कर रहे हैं। जल्द उन्हें डोज लगाया जाएगा। भोपाल में यह है वैक्सीनेशन की स्थिति भोपाल में 2 अक्टूबर की सुबह तक की स्थिति में 29.90 लाख फर्स्ट-सेकेंड डोज लगाए जा चुके हैं। इनमें 19.63 लाख फर्स्ट डोज और 10.27 सेकेंड डोज लगे हैं। सितंबर महीने में 3.78 लाख लोग ऐसे थे, जिन्हें कोविशील्ड या कोवैक्सीन की फर्स्ट डोज लगाने के बाद निर्धारित अवधि 84 दिन एवं 28 दिन में सेकेंड डोज लगनी थी, लेकिन वे वैक्सीनेशन सेंटरों पर नहीं पहुंचे। इसलिए इन्हें सेंटर तक लाने के लिए कवायद की जा रही है। सेकेंड डोज इसलिए है जरूरी CMHO डॉ. प्रभाकर तिवारी बताते हैं कि कोरोना वायरस के खिलाफ पर्याप्त एंटीबॉडी विकसित करने के लिए वैक्सीन के दोनों डोज लगवाना बेहद जरूरी है। कोविशील्ड की फर्स्ट डोज के 84 दिन एवं को-वैक्सीन की फर्स्ट डोज के 28 दिन बाद सेकेंड डोज लगवाना बेहद जरूरी है। ऑनस्पॉट करा सकते हैं रजिस्ट्रेशन वैक्सीन लगवाने के लिए लोग ऑनलाइन या ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। इसके लिए आधार कार्ड जैसे आईडी ले जाना जरूरी है। ये सेंटर 24 घंटे खुले काटजू हॉस्पिटल सरदार पटेल स्कूल करोंद चौराहा सुबह 9 से रात 9 बजे तक यहां जाएं रशीदिया स्कूल बरखेड़ी सरोजनी नायडू स्कूल शिवाजी नगर 7 नंबर स्टॉप

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