जानिये कितने भरे-खाली रहे भोपाल के तालाब और डैम:बड़ा तालाब-केरवा 100% भरे, कोलार-कलियासोत 9-10 फीट खाली रहे; फिर भी चिंता की बात नहीं, पीने और सिंचाई का भरपूर पानी

राजधानी भोपाल समेत आसपास के जिलों से मानसून की विदाई हो गई है। ऐसे में अब तेज बारिश होने के आसार नहीं है। अबकी बार भोपाल में एवरेज से ज्यादा बारिश हुई, लेकिन टुकड़ों में होने से कोलार और कलियासोत डैम 9 से 10 फीट तक खाली रह गए। वहीं, बड़ा तालाब-केरवा डैम 100% भरे। जल संसाधन विभाग के अफसरों का मानना है कि कोलार-कलियासोत भले ही कुछ फीट खाली रहे हो, लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि पीने और सिंचाई के लिए दोनों ही डैम में भरपूर पानी है। शहर में सप्लाई के साथ सिंचाई के लिए भी पानी मिल सकेगा। 9 अक्टूबर को भोपाल-सीहोर से मानसून की विदाई हो गई। अबकी बार मानसून ने जून में दस्तक दे दी थी। शुरुआत में झमाझम बारिश हुई थी, लेकिन जुलाई में लगे ब्रेक ने चिंता बढ़ा दी थी। हालांकि, अगस्त में रिमझिम और सितंबर में 5 सिस्टम से हुई बारिश ने कोटा पूरा कर दिया। इससे केरवा डैम सबसे पहले 17 सितंबर को फुल टैंक लेवल तक भराया। इसके सभी 8 गेट खुले। वहीं, 1 अक्टूबर को बड़ा तालाब से भी पानी छलक उठा। हालांकि, रिमझिम बारिश होने से भदभदा डैम के 11 में से एक गेट भी नहीं खुल सका। इधर, कोलार और कलियासोत डैम में भी पानी की आमद हुई, लेकिन वे लबालब नहीं भर सके। भले ही खाली रहे, पर दिक्कत नहीं आएगी कोलार डैम से शहर के करीब 50% हिस्से में पानी की सप्लाई होती है, जबकि भोपाल-सीहोर के सैकड़ों गांवों में सिंचाई भी की जाती है। कोलार की कुल जलभराव क्षमता 1516.40 फीट है और इसमें 1506.43 फीट पानी जमा हुआ। 10 फीट खाली रहने के बावजूद अफसर कोई दिक्कत नहीं आने की बात कह रहे हैं। कोलार डैम प्रभारी हर्षा जैनवाल ने बताया, कोलार डैम काफी बड़ा है। इसमें इतना पानी जमा हो गया है कि भोपाल शहर में सालभर बिना किसी दिक्कत के पानी की सप्लाई होगी। सिंचाई के लिए भी अच्छा पानी जमा है। कलियासोत डैम से मिलेगा सिंचाई के लिए पानी कलियासोत डैम की कुल जलभराव क्षमता 1659 फीट है और वर्तमान में इसमें 1650.09 फीट पानी भरा है। अक्टूबर माह में डैम में पानी की थोड़ी बढ़ोतरी भी नहीं हुई। हालांकि, यदि भोपाल-सीहोर में तेज बारिश होती तो डैम में और भी पानी आ सकता था। बता दें कि बड़ा तालाब फुल भरने के बाद भदभदा डैम के गेट खुलते हैं और इसका पानी कलियासोत डैम में पहुंचता है। इससे यह भर जाता है। अबकी बार भदभदा के गेट नहीं खुले। इस कारण करीब 9 फीट पानी कम जमा हो सका। फिर भी सिंचाई के लिए भरपूर पानी है। इस डैम से सिंचाई के लिए ही पानी मिलता है। ऐसे समझे तालाब-डैम की स्थिति बड़ा तालाब: शहर के कई हिस्सों में पानी की सप्लाई होती है। लबालब भरने के कारण सप्लाई में कोई दिक्कत नहीं आएगी। पिछले साल यह 22 जुलाई को ही भर गया था। अबकी बार 1 अक्टूबर को तालाब भर पाया। केरवा डैम: इससे कोलार समेत कई इलाकों में पानी की सप्लाई होती है। यह 17 सितंबर को फुल टैंक लेवल 1672.99 पर आ गया था। कोलार डैम: पिछले साल कोलार डैम लबालब भर गया था। अबकी बार करीब 10 फीट पानी कम है। बावजूद शहर के 50% हिस्सों में पेयजल सप्लाई में कोई दिक्कत नहीं आएगी। कलियासोत डैम: यह 9 फीट खाली रह गया, लेकिन सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी है।

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