ऐसा पहली बार:कोरोना के कारण बेटे के जन्म पर नहीं आए तो खुद दिया किन्नर समुदाय को न्योता; सम्मान में भजन और भोज भी

अब तक हमने किन्नरों को समाज के लिए गाते-बजाते देखा है, लेकिन राजधानी में पहली बार समाज के लोग किन्नरों के लिए ना सिर्फ गाएंगे-बजाएंगे, बल्कि उन्हें भोज कराने के साथ-साथ सम्मानित भी करेंगे। ये अनूठा आयोजन रविवार को अन्नपूर्णा कॉम्प्लेक्स में शाम करीब 6 बजे से होगा। इसके सूत्रधार अन्नपूर्णा कॉम्प्लेक्स निवासी दीपक सिंह ठाकुर हैं। उन्हाेंने बताया कि सदियों से हम देखते आ रहे हैं कि किन्नर समुदाय हर खुशी के मौके पर समाज को ना सिर्फ दुआएं देता है, बल्कि गाना-बजाना भी करता है। लेकिन, किन्नरों के लिए समाज की ओर से अब तक ऐसा कुछ भी नहीं किया गया है। हम उन्हें समाज में और उचित स्थान देने के लिए यह आयोजन कर रहे हैं। कव्वाली स्थानीय कलाकार गाएंगे पहले सुंदरकांड का पाठ- सबसे पहले सुंदरकांड का पाठ होगा, फिर भजन और स्थानीय कलाकारों की ओर से कव्वाली होगी। किन्नरों की पसंद का खाना बनाया जाएगा। यही नहीं, सभी गुटों के करीब 50 किन्नर गुरुओं का सम्मान भी होगा। बेटे को आशीष दिलाने आयोजन- दीपक की पत्नी आशा जब 6 महीने की गर्भवती थीं, तब उन्हें कोरोना हुआ था। ठीक होने के बाद आशा ने बेटे काे जन्म दिया। तब कोरोना के कारण किन्नर बधाई गाने नहीं आ पाए थे। इसलिए अब उन्हें न्योता दिया है। चारों स्थान पर जाकर दिया निमंत्रण- दीपक, पत्नी आशा सिंह व दोस्त जितिन राठौर मंगलवारा, बुधवारा, इतवारा और अहमदपुर में रहने वाले किन्नर समुदाय के स्थान पर पहुंचे। किन्नरों को आयोजन के संबंध में बताया और आमंत्रित किया। किन्नरों ने इनकी भावनाओं का मान रखा और आयोजन में शामिल होने पर सहमति दी है। पहली बार किसी ने खुद आकर बुलावा दिया है, हम सब जाएंगे अभी तक हम बिना बुलाए ही लोगों की खुशियों में शरीक होते आए हैं। पहली बार किसी यजमान ने खुद आकर बुलावा दिया है। वैसे भी यजमान का दिया ही खाते हैं। बहुत अच्छी सोच है, हम सब जाएंगे। -हाजी सुरैया नायक, गुरु, मंगलवारा हमारे मान-सम्मान के बारे में सोचा, यह बहुत अच्छी बात है समाज में किसी ने हमारे मान-सम्मान के बारे में सोचा है। यह बहुत अच्छी बात है। सबकी सोच ऐसी हो जाए तो खुशी होगी। हम लोगों के भले के लिए दुआएं करते हैं, जरूर जाएंगे। -पूजा नायक, गुरु, बुधवारा

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