भोपाल गांधी प्रतिमा के सामने हिंसा: भाजपा का आरोप- कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका झंडा हटाया; कांग्रेस पदाधिकारी बोले- आरोप बेबुनियाद

गांधी जयंती पर भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टी के कार्यकर्ता और नेता मिंटो हॉल स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर शनिवार को माल्यार्पण करने और श्रद्धांजलि देने पहुंचे। इस मौके पर दोनों पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच विवाद की स्थिति बन गई। दोनों तरफ से अपनी-अपनी पार्टी के जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंच के पास लगा उनका झंडा निकाल दिया। वहीं, कांग्रेस ने आरोप को बेबुनियाद बताया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम को पार्टी का बनाने की कोशिश करते हुए नारेबाजी की। हमने झंडा नहीं हटाया। भाजपा जिला अध्यक्ष सुमति पचौरी ने कहा कि भाजपा की तरफ से एक दिन पहले की कार्यक्रम की योजना बनाई गई थी। मंच भी तैयार कराया गया। सुबह कांग्रेसी भी कार्यक्रम में पहुंच गए। हमें उनके गांधी जयंती के कार्यक्रम में आने से आपत्ति नहीं, लेकिन कांग्रेसी कार्यकर्ता मंच के साइड में लगा भाजपा का झंडा हटाने निकाल कर हटाने लगे। इस पर हमने आपत्ति ली थी। वहीं, महिला कांग्रेस जिला अध्यक्ष संतोष कंसाना ने कहा कि गांधी जी किसी एक पार्टी के नहीं हैं। नगर निगम ने कार्यक्रम का आयोजन किया था। हम शांति पूर्वक जयंती कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किसी का झंडा नहीं हटाया। उनके आरोप बेबुनियाद है। डीआईजी-कलेक्टर हमसे शांति बनाए रखने की बात कर रहे थे, जबकि वहां भाजपा कार्यकर्ता गांधी जयंती के कार्यक्रम में अपनी पार्टी के जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। कलेक्टर-डीआईजी ने शांत कराया मामाला बता दें कि दोनों पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच विवाद की स्थिति निर्मित होने पर कलेक्टर अविनाश लवानिया और डीआईजी इरशाद वली ने बीच-बचाव किया। दोनों ने कार्यकर्ताओं को समझा कर मामला शांत कराया। वहीं, डीआईजी ने कहा कि गांधी जी की जयंती पर यह सब ठीक नहीं लगता। नगर निगम आयुक्त ने शासकीय पद का दुरुपयोग किया कांग्रेस प्रदेश महामंत्री व एडवोकेट जेपी धनोपिया ने कहा कि गांधी जयंती पर मिंटो हॉल के बाहर गांधी प्रतिमा पर पुष्पांजलि का कार्यक्रम नगर निगम ने आयोजित किया। कार्यक्रम में मंच पर चारों तरफ भाजपा के झंडे लगाकर कार्यक्रम को भाजपा को समर्पित कर आयुक्त ने शासकीय पद का दुरुपयोग किया है। भाजपा के प्रति समर्पण प्रदर्शित किया है, जो अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। इसके लिए आज हुए कार्यक्रम का खर्च उनसे वसूला जाना चाहिए। उनके खिलाफ कार्रवाई होना चाहिए।

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